राजनीतिक दल नगर निगम को हर वर्ष लगा रहे लाखों का चूना
पूर्णिया। राजनीतिक दलों के नेताओं की दबंगई के चलते हर साल नगर निगम को लाखों रुपये का
पूर्णिया। राजनीतिक दलों के नेताओं की दबंगई के चलते हर साल नगर निगम को लाखों रुपये का नुकसान हो रहा है। दरअसल पूर्णिया नगर निगम को शहर में लगाए गए होर्डिग्स के एवज में हर साल करीब 10 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त होता था। परंतु अब प्राय: सभी होर्डिग्स पर किसी न किसी राजनीतिक दलों के पोस्टर लगे हुए हैं। दलों के नेता निगम को उसकी एवज में किराया भी नहीं देते हैं जिसकी वजह से नगर निगम को हर साल राजस्व का भारी नुकसान हो रहा है।
शहर में लगे हैं 85 हजार वर्ग फीट के होर्डिग्स :
विज्ञापन के लिए शहर में नगर निगम के 85 हजार स्क्वायर फीट के होर्डिग्स लगे हैं। ये होर्डिग्स शहर के मुख्य चौराहों पर लगे हैं, जहां अनायास ही लोगों की नजरें टिक जाती हैं। आरएन साह चौक, जेल चौक, गिरिजा चौक, मधुबनी, बस स्टैंड, लाइन बाजार, जीरो माइल गुलाबबाग, मरंगा बाइपास आदि मुख्य स्थल पर निगम के होर्डिग्स व्यवसायिक उत्पाद कंपनियों को आकर्षित करते हैं। लेकिन उन होर्डिग्स पर राजनीतिक दल जबरन अपना पोस्टर चिपका देते हैं तथा उसका किराया भी नहीं देते जिससे निगम को राजस्व की क्षति होती है।
53 रुपये प्रति वर्ग मीटर है विज्ञापन दर :
नगर निगम का विज्ञापन दर अन्य व्यवसायिक होर्डिग्स से किफायती हैं। निगम विज्ञापन के लिए धारक से 53 रुपये प्रति वर्ग मीटर की दर से किराया लेती है। शुरुआती दौर में विज्ञापन से नगर परिषद को 20 हजार रुपये प्रति साल आय प्राप्त होती थी। वित्तीय वर्ष 2009 में जब एसएन दिवाकर कार्यपालक पदाधिकारी बने तो उन्होंने सख्ती दिखाई तथा नए सहायक को इसका प्रभारी बनाया। उनके कार्यकाल में विज्ञापन से राजस्व पांच लाख तक पहुंच गया। बाद में 2013-14 में विज्ञापन के लिए निविदा निकाली गई। इसमें 8,50,000 रुपये में सालभर के लिए विज्ञापन वसूली का अधिकार बंटी कुमार को दिया गया है। लेकिन कुछ वजह से मामला कोर्ट में पहुंच गया। जहां अभी तक मामला लंबित है। इस बीच निगम ने फिर अपने कर्मियों के द्वारा विज्ञापन वसूली शुरू की तथा वित्तीय वर्ष 16-17 तक 10 लाख रुपये इससे वसूल किए। पर पिछले दो वर्षो से उन होर्डिग्स पर कहीं राजनीतिक दलों के पोस्टर टंगे हैं तो कहीं प्रशासन के पोस्टर। उनमें किन्हीं से नगर निगम को राजस्व प्राप्त नहीं हो रहा है। हालांकि नगर आयुक्त ने उनसे