बुजुर्ग समाज के काव्य पाठ में पढ़ी गई कविता
पूर्णिया: बुजुर्ग समाज द्वारा न्यू सिपाही टोला स्थित कविता परिसर में काव्य गोष्ठी का आयोजन किया ग
पूर्णिया: बुजुर्ग समाज द्वारा न्यू सिपाही टोला स्थित कविता परिसर में काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता भोला नाथ आलोक ने की। कवियों में प्रो. देवनारायण पासवान देव, सुवंश ठाकुर अकेला, शिव नारायण शर्मा व्यथित, शंकर पूर्वोत्तरी, संजय सनातन, केदार नाथ गुप्ता, श्याम लाल पासवान शामिल थे। कवि शिव नारायण शर्मा व्यथित ने अपनी कविता में जबकि मृत्यु सिरहाने बैठी होती है, में जीवन के शाश्वत सत्य का उद्घाटन किया है। हार चुकी जिंदगी से हम जीने की आस लगाये रहते हैं, जबकि मृत्यु सिरहाने बैठी होती है। कवि शंकर पूर्वोत्तरी ने जहां आदमी जलता है का काव्य पाठ किया। कवि सुवंश ठाकुर अकेला ने आदमी पढ़ी हर जगह खंजर को थामे देखता है आदमी को पढ़ा। कवि देव नारायण पासवान देव ने सत्ता की नजर में बगावत है कविता शीर्षक कविता पढ़ी। कवि संजय सनातन ने भरोसा रखो, सोनेलाल शीर्षक कविता पढ़ी और कहा कि इस मुल्क में तुम्हारी भी सुनी जाएगी। कवि श्याम लाल पासवान ने घर वापसी और केदार नाथ गुप्ता ने दोस्त शीर्षक कविता पढ़ी। अध्यक्ष भोला नाथ आलोक ने सच की कविता लिखता हूं का काव्य पाठ किया। मंच संचालन अवधेश कुमार सिंह और धन्यवाद ज्ञापन अशोक कुमार सिंह ने किया। इस मौके पर अवधेश कुमार सिंह, अशोक कुमार सिंह, एमएच रहमान, नित्यानंद कुमार, अनंत लाल यादव शामिल थे।