पेंशन शिविर में पहुंचे 40 से अधिक मामले
पूर्णिया। समाहरणालय सभागार में बुधवार को पेंशन शिविर का आयोजन किया गया जिसमें 40 से अधि
पूर्णिया। समाहरणालय सभागार में बुधवार को पेंशन शिविर का आयोजन किया गया जिसमें 40 से अधिक पेंशन से संबंधित मामले पहुंचे। शिविर में मौजूद जिलाधिकारी प्रदीप कुमार झा ने संबंधित अधिकारियों को उक्त मामले के निष्पादन का निर्देश दिया।
शिविर में पेंशन से संबंधित कई मामले पहुंचे। सेवानिवृत कर्मियों ने अपनी समस्याएं शिविर में रखी। विशेष कार्य पदाधिकारी ने सभी पेंशनरों से संबंधित विभागों के अधिकारियों को बारी-बारी से बुलाकर उनकी समस्याओं का निष्पादन एक सप्ताह के अंदर करने का निर्देश दिया गया। सेवानिवृत शिक्षक सदानंद पासवान ने अंतर वेतन के भुगतान को लेकर ज्ञापन सौंपा। सुर्यनारायण मेहता ने जुलाई 1987 से लेकर 1990 तक जीपीएफ की राशि नही मिलने को ले आवेदन दिया। सेवानिवृत शिक्षक कृष्ण मेहता के वेतन पुनरक्षित मामले को इनका है। सारे मामलों का निष्पादित कर अगले बैठक से पहले प्रतिवेदित करने को कहा गया। प्रखंड विकास पदाधिकारी बैठक में अनुपस्थित थे। उनसे स्पष्टीकरण की माग की गई। अन्य विभागों के पदाधिकारियों से यह प्रमाण पत्र लिया गया कि उनके यहाँ पेंशन से संबंधित कोई मामला लंबित नही है। यदि है तो 31 दिसम्बर 2018 तक सेवा निवृश्र होने वाले सभी कर्मियों का पेंषन संबंधित भुगतान करके प्रतिवेदित करेंगे। इसमें सभी विभागों के पदाधिकारी, बीडीओ उपस्थित थे।
2. स्वस्थ्य भारत यात्रा को हरी झडी दिखाकर डीडीसी ने रवाना किया
पूर्णिया: 12 दिसम्बर 2018। आज उप विकास आयुक्त ने जिला स्कूल, पूर्णिया से स्वस्थ्य भारत की साइकिलिस्टों की टीम को हरी झडी दिखाकर भागलपुर के लिए रवाना किया गया। इस अवसर पर कर्नल कौल, सी.ओ. एनसीसी, सिविल सर्जन, जिला खेल पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
35 बिहार बटालियन एनसीसी टीम के 27 लड़के पूर्णिया से साइकिलिस्ट थे जो भागलपुर तक जाएगें। एम्बुलेंस और स्कॉट के टीम भी ट्रेफिक एवं सुरक्षा के लिए रहेंगे। स्वक्ष भारत एवं स्वस्थ्य भारत इनका नारा है। खाने में तेल, नमक एवं चीनी की मात्रा थोड़ा कम करने का संदेश है। यह टीम त्रिपुरा की राजधानी अगरतल्ला से 16 अक्टूबर 2018 को चली है। यह भारत के 6 विभिन्न स्थानों से चली है। जो 27 जनवरी 2019 को सभी टीम दिल्ली पहुंचेगी। इस टीम को जो रिले मिला वह भागलपुर में अगले टीम को देगी। साथ में एनसीसी के अधिकारी और जवान मौजुद थे।