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बाढ़ से आवाम बेहाल, सड़कों के किनारे बनाया बसेरा

बाढ से आवाम बेहाल, प्रषासन रोम की पोप की तरह बजा रहा बांसुरी- मुखियागण एक माह से बाढके स्थिर पानी से एकओर जहां आम-आवाम का जीना मुहाल हो गया है, फसलें डुबीं, घर-द्वारा डूबा, बच्चों की पढाई बाधित हुई, वहीं डुमरी हाई स्कूल में पानी जाने से स्कूल को बंद कर दिया गया है । नाव के लिए त्राहिमाम है, लोगों को आवागमन में परेषानी हो रही है कहते हैं सीओ कमल नारायण कष्यप- बाढ अब खत्म होने को है, नाव के लिए अभी तक किसी भी जन्रपतिनिधि ने मांग नहीं की है । बोली मुखिया सुनीता देवी- अंचल कार्यालय केा दो माह पहले ही लॉग-बुक खोलने के लिए नाविकों द्वारा आवेदन दिया गया है, परंतु दुर्भाग्य हे कि सीओ को इस बात का कोई पता हीनहीं है । बाढ ने गरीबी इस कदर कर दी है कि लोग सडकों पर मक्के की रोटी पकाकर किसी प्रकार जी रहे हैं । रूपौली फोटो- बाढ/1

By JagranEdited By: Published: Wed, 19 Sep 2018 09:38 PM (IST)Updated: Wed, 19 Sep 2018 09:38 PM (IST)
बाढ़ से आवाम बेहाल, सड़कों के किनारे बनाया बसेरा
बाढ़ से आवाम बेहाल, सड़कों के किनारे बनाया बसेरा

पूर्णिया। एक तरफ प्रशासन का कहना है कि रूपौली में बाढ़ है ही नहीं जबकि इस क्षेत्र में बाढ़ के कारण सड़क के किनारे डेरा डाले लोगों की स्थिति अलग ही कहानी बयां कर रही हैं। लोग माल-मवेशी लेकर सड़कों के किनारे इस धूप-बारिश में भीगते नजर आ रहे हैं।

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बता दें कि यहां की पांच पंचायतें जिसकी आबादी लगभग 50 हजार के आसपास है नदी के गर्भ में बसा हुई है। कोयली सिमड़ा पूरब, पश्चिम, भौवा प्रबल, विजय मोहनपुर, विजय लालगंज आदि पंचायतों का अधिकांश भाग पानी में डूबा हुआ है। फसलें भी डूब चुकी है। लोग दाने-दाने के मुहताज हो गए हैं। बाढ़ पीड़ित अपने माल-मवेशी को लेकर सड़कों पर आ गए हैं। गर्मी हो या बरसात यहीं माल-मवेशी पाल रहे हैं तथा सड़कों पर खुले आसमान के नीचे खाना भी बनाने को मजबूर हैं। अगर बारिश हो गई तो भूखे रहने को मजबूर हैं। पैक्स अध्यक्ष कैलाश भारती कहते हैं कि पूरे क्षेत्र में नावों की काफी कमी है। यहां के जनप्रतिनिधि नाव को लेकर कई बार सीओ कार्यालय में आवेदन दिए परंतु आजतक लॉगबुक नहीं खुल पाया है। जिससे पिछले दो माह से नाव चला रहे गरीबों के पेट पर कुठाराघात हो रहा है। डुमरी हाई स्कूल एक माह से बंद है, उसे मिड्ल स्कूल में चलाया जा रहा है। किसानों की फसलें डूब गई हैं, वे दाने-दाने को मुहताज हैं। सीओ कमलनारायण कश्यप का कहना है कि इस बार क्षेत्र में बाढ़ नहीं है तथा किसी ने भी नाव चलाने की मांग नहीं की है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र की मुखिया सुनीता देवी, मुन्नी खातून, सरपंच उषा देवी, पैक्स अध्यक्ष कैलाश भारती, जदयू महासचिव सखिचंद मंडल सहित कई जनप्रतिनिधियों ने जिलाधिकारी से निरीक्षण की मांग की है।


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