लूटकांड में तीन को पुलिस ने दबोचा, भेजा जेल
थाना क्षेत्र के बेला प्रसादी में किसान के घर सोमवार की रात हुई लूटपाट में संलिप्त चार नकाबपोश अपराधियों में से तीन को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। सभी ने लूट में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है तथा उनके पास से दो हजार नकदी एवं एक अपराध में शामिल एक मोबाइल भी बरामद हुआ है। इस घटना में चार नहीं बल्कि पांच अपराधी शामिल थे।
रूपौली, पूर्णिया। थाना क्षेत्र के बेला प्रसादी में किसान के घर सोमवार की रात हुई लूटपाट में संलिप्त चार नकाबपोश अपराधियों में से तीन को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। सभी ने लूट में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है तथा उनके पास से दो हजार नकदी एवं एक अपराध में शामिल एक मोबाइल भी बरामद हुआ है। इस घटना में चार नहीं, बल्कि पांच अपराधी शामिल थे। घटना के महज 48 घंटे के अंदर लूटपाट का पर्दाफाश किए जाने को लेकर यहां के थानाध्यक्ष मनोज कुमार को लोगों ने धन्यवाद दिया है। मौके पर पुलिस ने बताया कि अपराधियों के मोबाइल एवं सीडीआर के आधार पर तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया गया था, जिनके द्वारा पूछताछ में लूटकांड में शामिल होने की बात स्वीकार किया है । इस कांड में चार नहीं, बल्कि पांच अपराधी शामिल थे । इसमें से बांकी गांव के मो. जोहिल का ही मौके पर लूटपाट के दौरान दो मोबाइल, एक चाकू एवं जिदा कारतूस छूट गया था । जबकि भवानीपुर थाना क्षेत्र के जाबे गांव का मास्टर माइंड मो. आजाद के पास से दो हजार नकदी बरामद हुआ हैं । तीसरा अपराधी बेला प्रसादी का ही मो. रहील है । सभी ने बताया कि बेला प्रसादी गांव का मो. रहील ने ही किसान की रेकी की थी तथा उनलोगों को लूटपाट के लिए बुलाया था । लूट के हाथापाई एवं हडबडाहट के दौरान उनके मोबाइल एवं अन्य सामान गिए गए थे । फरार दोनों अपराधियों के पास ही लूट की राशि है, जिसे पुलिस खोज रही है । इस तरह से हुई थी लूटपाट तथा ऐसे हुआ खुलासा- अपराधी पुलिस को चकमा देने के लिए अपने तरह की प्लानिग करते हैं, ताकि अगर पुलिस एक को पकडती है, तब दूसरे का पता ही नहीं चल सके । संयोग से मास्टर माइंड मो. आजाद ही पकडा गया तथा भेद खुलता चला गया । बेला प्रसादी गांव का एक अपराधी जो ऑटो चलाता है, वह हमेशा ही किसान रास्वरूप साह की दुकान पर रूककर कुछ खाने का सामान खरीदता था, इसी क्रम में उसे मालूम हुआ कि किसान के द्वारा मकई बेचा गया है । बस उसने अपने गांव से सटे जाबे गांव के मास्टर माइंड मो. आजाद का इसकी सूचना दी । अब मो. आजाद ने योजना बनाते हुए ऑटो चालक तो था ही बेला गांव जाकर मो. रहील से व्यक्तिगत मुलाकात की तथा उसने लूट की घटना के लिए तैयार किया । फिर उसने बांकी गांव के मो. जोहिल को भी तैयार किया तथा उसी गांव से एक और अपराधी को तैयार किया । इस दौरान मो. आजाद को छोडकर किसी को भी पता नहीं था कि इस लूटकांड में कौन-कौन शामिल हो रहे हैं । नियत समय पर इस घटना को अंजाम दिया गया तथा सभी अपराधी आराम से अपना काम कर अपने-अपने घर चले गए । उन्हें इस बात का जरा भी अंदाजा नहीं था कि पुलिस उनके मोबाइल से पकड़ लेगी ।