पूर्णिया में डीलर कर रहे अवैध तरीके से खाद्यान्न का उठाव
जनवितरण प्रणाली दुकानदार द्वारा ब्लाक राशनकार्ड पर गलत तरीके से खाद्यान्न उठाव का मामला प्रकाश में आया है।
पूर्णिया। जनवितरण प्रणाली दुकानदार द्वारा ब्लाक राशनकार्ड पर गलत तरीके से खाद्यान्न उठाव का मामला प्रकाश में आया है। अधिकारियों को इस संबंध में आवेदन देकर पूरे मामले की समुचित जांच पड़ताल कर दोषी पीडीएस दुकानदार पर कार्रवाई की मांग की गई है। पीडीएस दुकानदार पर ब्लाक राशनकार्ड पर अवैद्य तरीके से पाश मशीन से राशनकार्ड पर अपने सगे-संबंधियों का आधार जोड़कर विगत कई वर्षों से खाद्यान्न उठाव करने का आरोप लगाया गया है। यह मामला सहुरिया सुभाय मिलिक पंचायत का है। उक्त पंचायत के नारायणपुर गांव के एक पीडीएस दुकानदार पर इससे पूर्व रूपौली दक्षिण पंचायत के कुछ लाभिर्थियों ने भी शिकायत की थी । जांच-पड़ताल बाद दुकानदार दोषी पाया गया। जानकारी अनुसार उक्त पंचायत के लगभग 126 राशनकार्ड हैं,जिसमें 10 राशनकार्ड ब्लाक है। इसके अलावा लगभग 116 राशनकार्ड ऐसे हैं, जिसमें दूसरे दूसरे पंचायत के लोगों को पाश मशीन से जनवितरण विक्रेता के द्वारा आधार सीडिग कर विगत कई वर्षों से इन सभी राशनकार्ड का राशन उठाव किया जाता रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि इन सभी कार्ड का राशन यदि जोड़ा जाए तो 60 से 70 क्विटल खाद्यान्न प्रतिमाह होता है। ये सारे खाद्यान्न विक्रेता के द्वारा गबन किया जाता है। जनवितरण प्रणाली दुकानदार वर्ष 2014 से ही इन सभी राशनकार्ड पर खाद्यान्न का उठाव करता आ रहा है। इसका भंडाफोड़ कुछ उपभोक्ताओं ने मोबाइल एप के द्वारा किया।
जानकारी अनुसार इन सभी राशनकार्ड पर किसी भी लाभार्थी का नाम अंकित नहीं था, लेकिन अब विक्रेता के द्वारा पाश मशीन से अपने अपने कुछ सगे संबंधियों का आधार जोड़ कर राशन का उठाव गलत तरीके से किया जा रहा है। यह भी जानकारी दी गई कि अभी भी बहुत से ऐसे कार्ड हैं जिसमें 19 आदमी एनए दिख रहा है लेकिन इसमें एक दो लोगों का आधार जोड़कर खाद्यान्न का उठाव संपूर्णता में किया जा रहा है। बताया गया कि राशनकार्ड क्रमांक 10090010089050420001 से लेकर 10090010089050420126 तक के सभी कार्ड का राशन विक्रेता के द्वारा उठाव कर लिया जाता है। उदाहरण के लिए एक बिना नाम वाले कार्ड पर अलग-अलग जाति के कुल 08 आदमी का नाम जोड़कर 13 आदमी के हिस्से का अनाज उठाव किया जाता रहा है। उसी प्रकार राशनकार्ड में पहले से केएल एवं केकेएल अंकित है। दूसरे माह में इसी कार्ड पर दूसरे व्यक्ति का नाम अंकित हो जाता है । ठीक इसी तरह पाश मशीन लगने के बाद हर माह अनाज उठाव किया जाता रहा है। संबंधित पीडीएस दुकानदार से पूछने पर बताया गया कि उनके वार्ड में खाद्यान्न सुविधा से वंचित कुछ गरीब गुरबों को खाद्यान्न सुविधा का लाभ दिया जा रहा है। ये वे व्यक्ति हैं,जिनके पास राशनकार्ड नहीं थे। लोगों का कहना है कि यदि इस मामले में पदाधिकारी के स्तर से कार्रवाई नहीं की गई तो मामला बहुत आगे तक जा सकता है। इस संबंध में अनुमंडल पदाधिकारी एवं प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी बनमनखी को आवेदन देकर निष्पक्ष जांच पड़ताल एवं कार्रवाई की मांग की गई है। अनुमंडल पदाधिकारी नवनील कुमार ने इस मामले में जांच पड़ताल कर दोषी के खिलाफ समुचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।