नल जल की कहानी, उम्मीदों पर फिरा पानी
पूर्णिया। सरकार द्वारा भी नल जल योजना के तहत सभी पंचायत के हर वार्ड के लोगों को भले ही श्
पूर्णिया। सरकार द्वारा भी नल जल योजना के तहत सभी पंचायत के हर वार्ड के लोगों को भले ही शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने का दावा किया जाता है। मगर जमीनी सच्चाई यह है की की लूटखसोट एवं इस योजना में धांधली के कारण नल जल योजना ने सरकार की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। लोक स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो पूर्णिया के अस्सी फीसदी वार्ड में नल जल योजना के तहत पानी पहुंचा दिया गया है। मगर जमीनी सच्चाई कुछ और ही बयां कर रही है। जमीनी हालत यह है की कागजी खानापूरी करने के लिए भले ही जिले के 3354 वार्ड में से 2572 वार्ड में नल जल योजना के तहत पेयजल की आपूर्ति शुरू कर दी गयी है। मगर हालत यह है कि किसी वार्ड में नल जल योजना की कहीं सूखी टंकी पड़ी हुई है तो कहीं सड़कों पर ही पाइप का पानी बह जा रहा है। कई स्थानों पर दो चार दिनों तक आपूर्ति किए जाने के बाद पेयजल आपूर्ति ठप है लेकिन उसे देखने की फुर्सत किसी को नहीं है। स्थानीय लोगों की मानें तो सरकार की इस अति महत्वकांक्षी योजना को घोटाले का घुन पूरी तरह से चट कर गया है। कागजी खानापूरी करने के लिए भले ही हार वार्ड के घरों में नल की टोटी लगाकर इसकी शुरूआत कर दी गयी लेकिन उसके कुछ दिनों बाद ही इस योजना ने दम तोड़ दिया और लोगों को शुद्ध पेयजल मिलने का सपना सपना ही रह गया। इस योजना का हाल जिले के सभी प्रखंड में काफी बुरा है। चाहे भवानीपुर प्रखंड हो या फिर धमदाहा, रूपौली, बीकोठी, बायसी , अमौर, डगरूआ, श्रीनगर. कसबा, वैसा, जलालगढ़, बनमनखी शामिल है। भवानीपुर के बह्रमज्ञानी में सूबे के मुखिया नीतीश कुमार ने बड़े ही तामझाम के साथ नल जल योजना की शुरूआत की थी। मगर इस योजना के शुरूआत के इतने दिनों के बाद भी जितने घरों में पानी पहुंचना था वह नहीं पहुंच पाया। सीएम को दिखाने के लिए आसपास के इलाकों में पेयजल आपूर्ति के लिए पाइप बिछाकर टोटी तक लगा दी गयी मगर सीएम के जाने के बाद आज तक इसमें एक बूंद भी पानी नहीं पहुंचा। इस पानी टंकी के शुरू होने के बाद जिन लोगों ने शुद्ध पेयजल मिलने का सपना देखा था वह सपना आज भी सपना ही बना हुआ है। कुछ यही हाल भवानीपुर पश्चिम पंचायत के वार्ड नंबर चार भी तीन साल पहले पानी टंकी का निर्माण कर आसपास के लोगों के लिए पेयजल आपूर्ति किया जाना था। मगर स्थानीय लोगों की मानें तो पानी टंकी के बने तीन साल होने के बाद भी यहां पेयजल की आपूर्ति संभव नहीं हो पायी है। यहां शुद्ध पेयजल आपूर्ति के लिए लगे उपकरण एवं सूखी टोटी खुद इस बात की गवाही दे रहे हैं की यहां पेजयल आपूर्ति योजना का क्या हाल है। यहां के स्थानीय निवासी रामेश्वर ने बताया की उनके घरों में आज तक कोई पानी की आपूर्ति नहीं हुई जबकि यहां पानी टंकी के लिए लोकस्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग द्वारा एक कर्मी को भी तैनात रखा गया है। वार्ड संख्या चार में 500 घर हैं जिसमें अधिकांश परिवार किसान एवं मजदूर हैं। इस योजना में लूट खसोट एवं धांधली के कारण ही यहां के लोगों के लिए तीन साल बाद भी शुद्ध पेयजल का सपना - सपना ही रह गया है।
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पूर्णिया जिले में 3354 वार्ड में से 2572 वार्ड में पेयजल की आपूर्ति शुरू हो गयी है कहीं से पेयजल आपूर्ति नहीं होने की कोई शिकायत नहीं मिली है हर स्थान पर पेयजल की आपूर्ति सुचारू तरीके से हो रही है।
मनीष आनंद, कार्यपालक अभियंता लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग, पूर्णिया