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बीपीएल परिवारों का जीवन स्तर सुधारना बड़ी चुनौती : डॉ. पारसनाथ

पूर्णिया। स्थानीय कृषि महाविद्यालय में विश्व मानवाधिकार दिवस पर मंगलवार को कार्यक्रम का आयोजन कि

By JagranEdited By: Published: Wed, 11 Dec 2019 12:27 AM (IST)Updated: Wed, 11 Dec 2019 06:10 AM (IST)
बीपीएल परिवारों का जीवन स्तर सुधारना बड़ी चुनौती : डॉ. पारसनाथ
बीपीएल परिवारों का जीवन स्तर सुधारना बड़ी चुनौती : डॉ. पारसनाथ

पूर्णिया। स्थानीय कृषि महाविद्यालय में विश्व मानवाधिकार दिवस पर मंगलवार को कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. पारस नाथ ने किया। इस अवसर पर वाद विवाद एवं निबंध प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया।

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मानवाधिकार पर चर्चा करते हुए प्राचार्य ने बताया कि वर्ष 1948 में पहली बार संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 10 दिसम्बर को प्रत्येक वर्ष विश्व मानवाधिकार दिवस के रूप में आयोजित किये जाने की घोषणा की गई थी। प्राचार्य ने कहा कि किसी भी देश में मानव संसाधन उस देश की पूंजी होती है, उसके मानव अधिकारों की रक्षा करना देश की सरकार की जिम्मेवारी है जिसका अनुपालन सरकार संविधान के अनुरूप करती है। उन्होंने कहा कि गरीबी रेखा से नीचे रहने वालों का जीवन स्तर उपर उठाना सबसे बड़ी मानव अधिकार की चुनौती है। मानव अधिकार दिवस मनाने का मुख्य लक्ष्य गरीबी का उन्मूलन और जीवन को अच्छी तरह से जीने में मदद करना है। कहा कि हम सभी को अपनी मानव अधिकार के साथ साथ देश एवं समाज के प्रति मूल कर्तव्य का ध्यान रखना भी आवश्यक है। इस कार्यक्त्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना के डॉ. पंकज कुमार यादव ने बताया कि भारत के संविधान के अन्तर्गत यहां की जनता को समता का अधिकार, स्वतंत्रता का अधिकार, शोषण के विरूद्ध अधिकार, धर्म की स्वतंत्रता का अधिकार, संस्कृति एवं शिक्षा का अधिकार, संविधानिक उपचारों का अधिकार कुल छह मूल अधिकार प्राप्त हैं। इस कार्यक्त्रम में वाद-विवाद प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया जिसका विषय था भारत का वर्तमान सामाजिक परिदृश्य यह सिद्ध करता है कि भारतीय युवा सामाजिक परिवर्तन हेतु प्रतिबद्ध है। इस अवसर पर निबंध प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया जिसका विषय समाज के विकास में मानव अधिकारों का योगदान था। प्रतियोगिता में 17 छात्र/छात्राओं ने भाग लिया जिसमें प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार हेतु क्रमश: रितिक कोले, सलीम मल्लिक सिद्दिकी एवं सोनू भारती का चयन प्राचार्य द्वारा गठित निर्णायक समिति के सदस्यों ने किया। इस मौके पर महाविद्यालय के डॉ. जनार्दन प्रसाद, डॉ. पंकज कुमार यादव, डॉ. अनिल कुमार, डॉ. तपन गोराई, डॉ. माचा उदय कुमार, जय प्रकाश प्रसाद एवं कर्मचारियों ने अपना सहयोग प्रदान किया। कार्यक्रम का मंच संचालन डॉ. पंकज कुमार यादव एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. अनिल कुमार ने संयुक्त रूप से किया।


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