पुलिस के दो जवानों ने रचाई दहेजमुक्त शादी
पूर्णिया। युवा चाह लें तो ना सिर्फ दहेज प्रथा, बल्कि जाति प्रथा भी खत्म हो जाएगी। इस साबित कर दिखाया
पूर्णिया। युवा चाह लें तो ना सिर्फ दहेज प्रथा, बल्कि जाति प्रथा भी खत्म हो जाएगी। इस साबित कर दिखाया है सपाहा गाव के दो युवकों ने। इस गाव के पश्चिम बंगाल पुलिस में आरक्षी के पद पर कार्यरत छोटू कुमार ने गाव की एक लड़की से प्रेम करता था। अपने पैरो पर खड़े होने के बाद छोटू ने उससे शादी करने का वादा किया था। लड़की उसी जाति के होने के बाद भी उसे सामाजिक तथा पारिवारिक अग्निपरीक्षा के बीच से गुजरना पड़ा। छोटू ने उस लड़की से गायत्री मंदिर टीकापट्टी में शादी रचाई।
इस संबंध में ग्रामीण बताते हैं कि छटठू कुमार, पिता फोटो मंडल उर्फ रामानंद मंडल ने दहेज-प्रथा को अंगूठा दिखाते हुए मंदिर में शादी रचा ली। इसी तरह इसी गाव के मुकेश कुमार, पिता शंकर मंडल भी बिहार पुलिस में आरक्षी के पद पर हैं। उन्होंने भी गाव की एक लड़की से शादी रचाकर दहेजप्रथा पर चोट की है।