चीखते रहे बच्चे पुलिस देखती रही तमाशा
संस, कसबा (पूर्णिया) : बच्चों के चीत्कार से गूंज उठा एनएच 57, भारी बारिश के बीच लोगों को समझ नहीं आ रहा था कि इन घायल बच्चों को उठाकर कहां लेकर जाए। अफरा-तफरी के बीच घायल बच्चों को 10 की स्थिति नाजुक बताई जा रही है। स्थानीय ग्रामीणों की मदद से इलाज के लिए पहले तो मटियारी के एक निजी चिकित्सक के पास भर्ती करवाया गया बाद में बच्चों की स्थिति बिगड़ते देख बेहतर इलाज के लिए बच्चों को सदर अस्पताल अररिया में भर्ती करवाया गया। गुरूवार की दोपहर करीब ढाई बजे एनएच 57 करियात महलगांव थाना के नाका के निकट एक स्कूल बस से ओभरटेक कर रही ट्रक ने पीछे से धक्का मार दिया। जिसमें कई बच्चे घायल हो गए। घायल बच्चों में करीब 10 बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए। जिसे इलाज के लिए बच्चों के अभिभावक अररिया और पूर्णिया लेकर गया। बताया गया कि जलालगढ़ के वर्ज पब्लिक स्कूल की (डब्लूबी 19डी 013
पूर्णिया। स्कूल बस की दुर्घटना के बाद बच्चों के चीत्कार से एनएच 57गूंज उठा। भारी बारिश के बीच लोगों को समझ नहीं आ रहा था कि इन घायल बच्चों को उठाकर कहां लेकर जाए। अफरा-तफरी के बीच घायल बच्चों जिनमें दस बच्चों की स्थिति नाजुक बताई जा रही है। स्थानीय ग्रामीणों की मदद से इलाज के लिए पहले तो मटियारी के एक निजी चिकित्सक के पास भर्ती करवाया गया बाद में बच्चों की स्थिति बिगड़ते देख बेहतर इलाज के लिए बच्चों को सदर अस्पताल अररिया में भर्ती करवाया गया।
ओवरटेक कर रहे ट्रक ने पीछे से मारा था धक्का
गुरुवार की दोपहर करीब ढाई बजे एनएच 57 करियात महलगांव थाना के नाका के निकट एक स्कूल बस से ओवरटेक कर रही ट्रक ने पीछे से धक्का मार दिया। जिसमें कई बच्चे घायल हो गए। घायल बच्चों में करीब 10 बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए। जिसे इलाज के लिए बच्चों के अभिभावक अररिया और पूर्णिया लेकर गए। बताया गया कि जलालगढ़ के वर्ज पब्लिक स्कूल की (डब्ल्यूबी 19डी 0138) बस में करीब 40 बच्चे को उनके घर अररिया जिला के ककोरा, बागनगर, मटियारी लेकर जा रहा था। जलालगढ़ थाना क्षेत्र के सीमा पार करते ही अररिया-पूर्णिया जिला का बॉर्डर करियात नाका से महज 150 मीटर उत्तर ट्रक ने स्कूल बस को पीछे से धक्का मार दिया। जिस वक्त धक्का लगा उस वक्त काफी तेज बारिश हो रही थी। वहीं धक्का लगते ही बस सड़क के किनारे पश्चिमी छोड़ में पलट गयी। बस पलटते ही बच्चों की चीत्कार शुरू हो गयी।
चालक और खलासी बच्चों को छोड़कर हो गए फरार
बताया गया कि बच्चे बचाओ-बचाओ की आवाज लगा रहे थे और बस के चालक और खलासी बच्चों को छोड़कर फरार हो गए। वहीं घटना स्थल से निकट करियात नाका से कोई पुलिस जवान बच्चों को बाहर निकालने नहीं पहुंचा। बस के पलटने की आवाज सुन निकट के एक पोखर में मखाना निकाल रहे लोग दौड़कर बस के पास पहुंचे। जिससे इनलोगों ने काफी मशक्कत के बाद बच्चों को बाहर निकाला। जिसमें करीब तीन दर्जन बच्चे घायल थे और इसमें 10 बच्चों को काफी चोटें आई थी। बारिश रुकने के बाद स्कूल प्रबंधक और उनके साथ लोग पहुंचे जो बच्चों को इलाज के लिए ले गए। स्कूल प्रबंधक रमीज बाड़ी ने बताया कि सभी घायल बच्चों को प्राथमिक इलाज कराकर उनके घर भेज दिया गया है।
नाका पर पुलिस कर रही थी अवैध वसूली
कुछ घायल बच्चों के अभिभावक बच्चों को इलाज के लिए पूर्णिया लेकर गए हैं। घायल बच्चों के परिजन घटनास्थल पहुंचकर करियात नाका के पुलिस जवान द्वारा बच्चों को बाहर नहीं निकालने के आक्रोश में एनएच के दोनों ¨लक को जाम कर दिया। करीब ढाई घंटे तक एनएच 57 पर जाम लगी रही। जाम लंबे समय तक लगी रहने से दोनों ¨लक सड़क पर वाहनों की कतार करीब तीन किमी दूर तक लग गई। वहीं आक्रोशित बच्चों के परिजनों द्वारा यह कहा जा रहा था कि ये नाका के सिपाही ट्रक, ट्रैक्टर, माल लो¨डग वाहनों से अवैध रुपये की वसूली करते है। इसी अवैध वसूली के कारण ट्रक तेज गति से निकला और स्कूल बस को धक्का मार दिया।
ढाई घंटे तक नहीं पहुंचे पुलिस वा प्रशासन के लोग
दूर लोग जो पोखर से मखाना निकाल रहे था उन सभी के प्रयास से बच्चों को बाहर निकाला गया। ढाई घंटे तक कोई पुलिस या प्रशासन के लोग घटनास्थल पर नहीं पहुंचे। यहां तक कि महलगांव थाना से कोई खबर तक नहीं ली गई। ढाई घंटे बाद अररिया नगर थाना के सअनि रमेश कांत चौधरी, घटनास्थल पर पहुंचकर आक्रोशित लोगों को समझाकर जाम हटाया।