पोस्टमार्टम रिपोर्ट में रॉकी के सीने व पीठ पर मिले चोट के निशान
पूर्णिया। आठ जुलाई से शराब पीने के आरोप में केन्द्रीय कारा में बंद रॉकी की मौत मिर्गी क
पूर्णिया। आठ जुलाई से शराब पीने के आरोप में केन्द्रीय कारा में बंद रॉकी की मौत मिर्गी की वजह से नहीं बल्कि गंभीर चोट से हुई है। इस बात का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुआ है। रॉकी के शव के पोस्टमार्टम के लिए तीन सदस्यीय चिकित्सकों की टीम का गठन किया गया था तथा पोस्टमार्टम की पूरी प्रक्रिया संपन्न कराने के लिए दंडाधिकारी को तैनात किया गया था। चिकित्सकों की टीम ने पोस्टमार्टम के बाद रविवार को रिपोर्ट पुलिस को सौंप दी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि रॉकी की मौत सीने एवं पीठ में गंभीर चोट के कारण हुई है। पोस्टमार्टम के दौरान चोट के कारण रीढ़ सहित कई अंगों के टूटने की बात सामने आई है। पोस्टमार्टम करने वाले तीन सदस्यीय टीम में डॉ. जेपी यादव, डॉ. बी. रमन, डॉ. एमडी ¨सह शामिल थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गंभीर चोट से मौत की पुष्टि होने के बाद अब केन्द्रीय कारा के अधीक्षक के ऊपर निलंबन सहित अन्य तरह की कार्रवाई की तलवार लटक गई है। रॉकी की मौत मामले में उसके परिजन ने शनिवार को के हाट थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी जिसमें रॉकी की मौत को लेकर केन्द्रीय कारा अधीक्षक को नामजद आरोपित किया गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद अब सवाल उठने लगा है कि कारा के अंदर रॉकी के सीने एवं पीठ में गंभीर चोट कहां से लगी। कहीं किसी ने रॉकी की बेरहमी के साथ पिटाई तो नहीं की। क्या कारा में सुरक्षा के लिए तैनात पुलिस के जवानों ने उसकी बेरहमी से पिटाई की। कारा में तैनात जवानों ने किसके इशारे में रॉकी की पिटाई की तथा अगर कारा में तैनात किसी जवान ने उसकी पिटाई नहीं की तो फिर कैदियों ने उसकी पिटाई की। अगर कैदी उसकी पिटाई कर रहे थे तो फिर कारा में तैनात जवान क्या कर रहे थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने कारा की पूरी व्यवस्था पर ही सवाल खड़ा कर दिया है। अब पुलिस जांच के बाद ही इस बात का खुलासा हो पाएगा की रॉकी के सीने एवं पीठ में इतनी गंभीर चोट कहां से आई कि उसकी मौत हो गई। हालांकि पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सकों की टीम ने विशेष जांच के लिए बिसरा रिजर्व रख लिया है।