परीक्षा से वंचित रहे दर्शनशास्त्र ग्रुप ए के पीजी के तीन परीक्षार्थी
पूर्णिया। मुंशीलाल आर्य महाविद्यालय में पीजी अंतिम वर्ष की परीक्षा गुरुवार से प्रारंभ हो गई। यहां ड
पूर्णिया। मुंशीलाल आर्य महाविद्यालय में पीजी अंतिम वर्ष की परीक्षा गुरुवार से प्रारंभ हो गई। यहां डीएस कॉलेज कटिहार, पूर्णिया कॉलेज पूर्णिया तथा महिला कॉलेज पूर्णिया का परीक्षा केंद्र बनाया गया है। परीक्षा के पहले दिन ग्रुप ए की फिजिक्स, केमेस्ट्री, बॉटनी, जूलॉजी, मैथ, अर्थशास्त्र, मनोविज्ञान और दर्शनशास्त्र विषय की परीक्षा ली गई, लेकिन दर्शनशास्त्र के ग्रुप ए का प्रश्नपत्र नहीं भेजे जाने के कारण इस ग्रुप के तीन छात्र परीक्षा से वंचित हो गए।
इस संबंध में पूर्णिया कॉलेज पूर्णिया की वंचित परीक्षार्थी सुरभि कुमारी गुप्ता, धीरज कुमार महतो तथा प्रमोद कुमार पोद्दार ने बताया कि बुधवार को ये सभी मुंशीलाल आर्य महाविद्यालय कसबा में अंतिम वर्ष की परीक्षा में शामिल होने पहुंचे लेकिन विश्वविद्यालय द्वारा परीक्षा केंद्र पर दर्शनशास्त्र के ग्रुप ए का प्रश्न पत्र भेजा ही नहीं गया था। जिस कारण हमलोग अंतिम वर्ष की परीक्षा नहीं दे सके। वहीं परीक्षा केंद्र पर मौजूद परीक्षा नियंत्रक प्रो. सिकेन्द्र प्रसाद यादव से शिकायत करने पर कहा गया कि आप सभी दर्शनशास्त्र के दूसरे ग्रुप जिसके प्रश्न पत्र आये है उसी में सम्मलित होकर परीक्षा दे दीजिए। जबकि हमलोगों ने पिछले एक वर्ष से दर्शनशास्त्र के भागवत गीता विषय की पढ़ाई की तो दूसरे ग्रुप में कैसे बिना पढ़े परीक्षा दे दें। बाद में प्राचार्य सह केंद्राधीक्षक डॉ. मु. कमाल के आदेश पर हमलोगों ने मधेपुरा विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक को आवेदन सौंपकर परीक्षा लेने की माग की है।
शांतिपूर्ण चल रही पीजी की परीक्षा
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संस, कसबा (पूर्णिया) : मुंशीलाल आर्य महाविद्यालय में पीजी अंतिम वर्ष की परीक्षा गुरुवार से प्रारंभ हो गई। यहां पहले दिन कुल 367 परीक्षार्थियों में 353 परीक्षार्थी ही शामिल हुए। जबकि 14 परीक्षार्थी अनुपस्थित थे। जानकारी देते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य सह केंद्राधीक्षक डॉ. मु. कमाल ने बताया कि परीक्षा कदाचारमुक्त वातावरण में ली जा रही है। परीक्षा केंद्र के अंदर परीक्षार्थियों को सिर्फ प्रवेश पत्र और कलम ले जाने की अनुमति दी गई है। परीक्षा केंद्र पर परीक्षा नियंत्रक प्रो. सिकेन्द्र प्रसाद यादव तथा दंडाधिकारी के रूप में अरविंद कुमार आर्य मौजूद थे।