डॉक्टर के साथ मारपीट मामले में डीएसपी ने जांच की शुरू
पूर्णिया। सदर अस्पताल में 2 जून को आपातकालीन वार्ड में मारपीट के मामले में डीएसपी कृष्ण कुम
पूर्णिया। सदर अस्पताल में 2 जून को आपातकालीन वार्ड में मारपीट के मामले में डीएसपी कृष्ण कुमार राय अनुसंधानकर्ता बनाए गए हैं। सदर डीएसपी शुक्रवार को जांच के सिलसिले में सदर अस्पताल पहुंचे। अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. सुशीला दास से मुलाकात की और सीसीटीवी की सीडी जांच के लिए मांगा। अस्पताल प्रबंधन ने अनुसंधान के लिए सीडी पुलिस को सौंप दी। सदर डीएसपी ने बताया कि मामले में उसी दिन एक की गिरफ्तारी हो गई है। पुलिस फुटेज के सहारे हंगामा और मारपीट में शामिल की पहचान करेगी। उन्होंने कहा कि खजांची हाट थाना अंतर्गत अस्पताल में सुरक्षा की जिम्मेदारी थाने की ही है। गौरतलब है दो जून को आपातकालीन वार्ड में डॉ. विजय कुमार चौधरी डयूटी कर रहे थे। उस दौरान गुलाबबाग के एक मरीज के परिजन ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मारपीट की और धक्कामुक्की भी की थी। इस मामले में अस्पताल काफी देर तक हंगामा होता रहा था। घटना के बाद भासा के सचिव डॉ. एसके वर्मा के नेतृत्व में डॉक्टरों के दल ने पुलिस अधीक्षक विशाल कुमार शर्मा से मुलाकात कर जांच की मांग की थी। मामले में एसपी ने तुरंत डीएसपी को अनुसंधान कर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया था। उसके बाद शुक्रवार से मामले में डीएसपी ने जांच शुरू कर दी है। गौरतलब है कि इस मामले में डॉक्टर भासा के बैनर तले गोलबंद हो गए हैं और सात दिनों तक फुलफ्रुफ व्यवस्था का निर्देश दिया गया है और इमरजेंसी को ठप करने की भी धमकी दी है। जिसकी मियाद 12 जून तक है। डॉ. एसके वर्मा ने अन्य डॉक्टरों के साथ मिलकर इस संबंध में ज्ञापन भी जिलाधिकारी प्रदीप कुमार झा को सौंपा है। डॉ. वर्मा ने कहा कि डॉक्टरों के साथ इस तरह की घटना इमरजेंसी सेवा के दौरान ही घटती है इसलिए जबतक फुलप्रुफ सुरक्षा व्यवस्था नहीं दी जाती है तबतक इमरजेंसी सेवा ठप रहेगी। इसके लिए भासा ने सात दिनों की समय दिया है। डीएम को आवेदन चार जून को सौंपा गया था।