डेंगू के सात और नए मरीज मिले
पूर्णिया डेंगू रोगियों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। अब सदर अस्पताल ही नहीं स्थानीय निजी अ
पूर्णिया : डेंगू रोगियों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। अब सदर अस्पताल ही नहीं स्थानीय निजी और घर पर ही रह कर इलाज कराने वाले मरीजों की संख्या भी काफी बढ़ रही है। हालांकि निजी क्लीनिकों से रिपोर्ट नहीं मिलने के कारण स्वास्थ विभाग के लिए सही संख्या का आकलन करना मुश्किल हो रहा है। और इसका असर सर्विलांस और फॉंिगग पर भी पड़ रहा है, लेकिन शहर के अलावा विभिन्न प्रखंड पीएचसी में डेंगू की जांच किट के माध्यम से की जा रही है। इस जांच के आंकाड़ों के अनुसार अब तक मरीजों की संख्या 88 पहुंच गई है। फातिमा हॉस्पिटल में पांच डेंगू के नए रोगी की भर्ती हुई है। खुश्कीबाग से एक ही परिवार के तीन सदस्यों को डेंगू बुखार हो गया है। रविवार को सात नए रोगियों की पहचान हुई है। जिला स्वास्थ समिति के इपिडिमियोलॉजिस्ट नीरज कुमार निराला का कहना है कि सर्विलांस जारी है। सभी निजी अस्पतालों और क्लीनिक के संचालकों को भी इस संबंध में स्पष्ट कहा गया है कि वे रोगी की पहचान के बाद रिपोर्ट अवश्य करें। डेंगू एडवांस जांच एलिजा में अब तक जिले में 18 रोगी की ही पहचान हुई है। किट की जांच प्रारंभिक होती है। निजी क्लीनिक में मरीजों की बढ़ती संख्या से अब रोगियों को भर्ती कर उपचार कराने में भी परेशानी होने लगी है। सदर अस्पताल के डेंगू वार्ड में महज 6 बेड हैं। इसके अलावा निजी अस्पताल भी अधिक नहीं है जहां डेंगू के मरीजों को इलाज हो सके। रोगियों के बारे में विभाग के आइसीडीएस के पास स्पष्ट जानकारी नहीं होने से इलाके में अन्य बुखार से पीड़ित मरीज की जांच और इलाके में फॉगिंग करने में परेशानी हो रही है।
सावधानी है जरूरी
-डॉक्टर की सलाह लेकर पारासिटामोल के अलावा अपनी मर्जी से कोई दवा नहीं लें
- एस्प्रिन (डिस्प्रिन आदि) बिल्कुल भी न लें। इससे प्लेटलेट्स कम हो सकता है।
- अगर बुखार 102 डिग्री फॉरेनहाइट से ज्यादा हो तो मरीज के शरीर पर पानी की पट्टिया रखें।
- सामान्य रूप से खाना देना जारी रखें।
- तरल पदार्थ का सेवन अधिक लें
- मरीज को आराम करने दें।
-अगर मरीज को साधारण डेंगू बुखार है तो उसका इलाज व देखभाल घर पर संभव है।
- डेंगू में मरीज के शरीर में पानी की कमी नहीं आने देनी चाहिए। उसे खूब पानी और बाकी तरल पदार्थ (नींबू पानी, छाछ, नारियल पानी आदि) पिलाएं ताकि ब्लड गाढ़ा न हो और जमे नहीं
- मच्छरों के पैदा होने से रोकने के उपाय
- घर या ऑफिस के आसपास पानी जमा न होने दें, गढ्डों को मिट्टी से भर दें, रुकी हुई नालियों को साफ करें।
- अगर पानी जमा होने से रोकना मुमकिन नहीं है तो उसमें पेट्रोल या मिट्टी तेल डालें।
- रूम कूलरों, फूलदानों का सारा पानी हफ्ते में एक बार खाली करें, उन्हें सुखाएं और फिर भरें। घर में टूटे-फूटे डिब्बे, टायर, बर्तन, बोतलें आदि न रखें। अगर रखें तो उलटा करके रखें।
- डेंगू के मच्छर साफ पानी में पनपते हैं, इसलिए पानी की टंकी को अच्छी तरह बंद कर रखें।