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सावधान! अपराधियों के निशाने पर हैं कोसी की 270 बैंक शाखाएं

नोटबंदी के बाद अपराधियों के निशाने पर हैं कोसी की 270 बैंक शाखाएं हैं। खुफिया विभाग ने इसका अलर्ट जारी किया है। इसे देखते हुए पुलिस सतर्क है।

By Amit AlokEdited By: Published: Sun, 27 Nov 2016 12:53 PM (IST)Updated: Sun, 27 Nov 2016 11:08 PM (IST)
सावधान! अपराधियों के निशाने पर हैं कोसी की 270 बैंक शाखाएं
सावधान! अपराधियों के निशाने पर हैं कोसी की 270 बैंक शाखाएं

पूर्णिया [राजीव कुमार]। नोटबंदी के बाद कोसी की 270 बैंक शाखाएं अपराधियों के निशाने पर हैं। विभिन्न जिलों में स्थित इन शाखाओं की सुरक्षा भगवान भरोसे है। पुलिस और चौकीदार की बात तो दूर कई शाखाओं में या तो सीसीटीवी कैमरे लगे ही नहीं हैं या वे खराब हैं। हजार और पांच सौ के नोट बंद होने के बाद बौखलाए अपराधी इन शाखाओं को अपना निशाना बना सकते हैं।

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खुफिया विभाग की इस सूचना पर राज्य पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों के एसपी को बैकों की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने का निर्देश दिया है। मुख्यालय ने हर थाना अध्यक्ष के जिम्मे उसके क्षेत्र में स्थित सभी बैंक शाखाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपने को कहा है।

सुरक्षा की मुकम्मल व्यवस्था नहीं

कोसी के जिलों में पूर्णिया, सहरसा, सुपौल, मधेपुरा, अररिया, किशनगंज एवं कटिहार के ग्रामीण इलाकों में सेंट्रल बैंक, ग्रामीण बैंक, स्टेट बैंक, केनरा बैंक एवं पंजाब नेशनल बैंक की 270 शाखाओं में सुरक्षा के नाम पर कोई सुरक्षा गार्ड तक तैनात नहीं है।

इनमें 113 बैंक शाखाओं में सीसीटीवी कैमरे तक नहीं लगे हैं और 109 बैंक शाखाओं में लगे सीसीटीवी कैमरे खराब पड़े हैं। कोसी में 48 बैंक शाखाएं ऐसी हैं जहां घटना की सूचना मिलने के बाद भी पुलिस को पहुंचने में एक घंटे तक का समय लग सकता है।

लूट के बाद नेपाल भाग सकते अपराधी

खुफिया विभाग की रिपोर्ट में कहा गया है कि सुपौल, सहरसा, पूर्णिया, कटिहार अररिया एवं किशनगंज नेपाल से सटे हुए हैं। लूट की घटना के बाद अपराधी आराम से नेपाल में शरण ले सकते हैं।

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि आठ नवंबर से 1000 एवं पांच सौ के पुराने नोटों पर रोक लगाए जाने के बाद रुपये बदलने एवं बैंक से नए नोट निकालने को लेकर बैंक शाखाओं में ग्राहकों की भारी भीड़ उमड़ रही है। इसे देखते हुए बैंक शाखाओं के चेस्ट में सीमा से ज्यादा रुपये लाए जा रहे हैं। हर शाखा में बड़ी मात्रा में दो हजार एवं पांच सौ के नोट उपलब्ध रहने के कारण अपराधी इन्हें आसानी से अपना निशाना बना सकते हैं।

यहां कई ऐसे गिरोह सक्रिय हैं जिनका मुख्य निशाना बैंकों की शाखाएं ही रही हैं। कोसी में दस वर्षों के दौरान बैंक लूट की 17 घटनाएं घटी हैं।

आइजी बोले, सुरक्षा के दिए गए निर्देश

दरभंगा प्रक्षेत्र के आइजी उमा शंकर सुधांशु ने कहा कि बैंकों की सुरक्षा बढ़ाने का निर्देश सभी जिले के एसपी को दिया गया है। साथ ही बैकों को भी अपने स्तर से सुरक्षा के उपाय करने एवं सीसीटीवी कैमरे को चालू हालत में रखने कहा गया है।


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