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विपक्षी दलों के कार्यकर्ता उतरे सड़क पर, नहीं चले वाहन, बंद रही दुकानें

पेट्रोल-डीजल के दाम में असामान्य वृद्धि एवं बढ़ती महंगाई के खिलाफ कांग्रेस एवं अन्य विपक्षी दलों के बंद का व्यापक असर पूर्णिया में रहा। कांग्रेस, राजद, जाप, वाम दल, सपा, राकांपा सहित 21 विपक्षी दलों ने बंद का समर्थन किया था। विपक्षी दलों के कार्यकर्ता सोमवार को सड़क पर उतरे तथा जुलूस निकाल कर प्रदर्शन किया एवं सरकार विरोधी नारे लगाये। सुबह से ही सड़कों पर गाड़ियों का परिचालन बंद हो गया। बस, ट्रक के अलावा ऑटो भी सड़कों पर नहीं दिखी। जिससे बाहर से आने वाले यात्रियों को भारी परेशानी उठानी पड़ी। कार्यकर्ताओं ने पूर्णिया जंक्शन पर ट्रेन रोककर कटिहार-जोगबनी-सहरसा रेल मार्ग पर थोड़ी देर के लिए रेल परिचालन बाधित किया। बंद का असर बाजार पर भी पड़ा। विकास बाजार, अंबेदकर मार्केट, बहुमंजिला बाजार आदि में अधिकांश दुकानें बंद रही। जिले की प्रसिद्ध गुलाबबाग मंडी भी बंद रही। वहां लाखों का कारोबार प्रभावित हुआ।

By JagranEdited By: Published: Mon, 10 Sep 2018 11:44 PM (IST)Updated: Mon, 10 Sep 2018 11:44 PM (IST)
विपक्षी दलों के कार्यकर्ता उतरे सड़क पर, नहीं चले वाहन, बंद रही दुकानें
विपक्षी दलों के कार्यकर्ता उतरे सड़क पर, नहीं चले वाहन, बंद रही दुकानें

पूर्णिया। पेट्रोल-डीजल के दाम में असामान्य वृद्धि एवं बढ़ती महंगाई के खिलाफ कांग्रेस एवं अन्य विपक्षी दलों के बंद का व्यापक असर पूर्णिया में रहा। कांग्रेस, राजद, जाप, वाम दल, सपा, राकांपा सहित 21 विपक्षी दलों ने बंद का समर्थन किया था। विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं सोमवार को सड़क पर उतरे तथा जुलूस निकाल कर प्रदर्शन किया एवं सरकार विरोधी नारे लगाए। सुबह से ही सड़कों पर गाड़ियों का परिचालन बंद हो गया। बस, ट्रक के अलावा ऑटो भी सड़कों पर नहीं दिखी। जिससे बाहर से आने वाले यात्रियों को भारी परेशानी उठानी पड़ी। कार्यकर्ताओं ने पूर्णिया जंक्शन पर ट्रेन रोककर कटिहार-जोगबनी-सहरसा रेल मार्ग पर थोड़ी देर के लिए रेल परिचालन बाधित किया। बंद का असर बाजार पर भी पड़ा। विकास बाजार, अंबेदकर मार्केट, बहुमंजिला बाजार आदि में अधिकांश दुकानें बंद रही। जिले की प्रसिद्ध गुलाबबाग मंडी भी बंद रही। वहां लाखों का कारोबार प्रभावित हुआ। मुख्यालय स्थित पेट्रोल पंप भी बंद रहे। वहीं कहीं से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। सुरक्षा के मद्देनजर हर चौक चौराहे पर पुलिस एवं मजिस्ट्रेट तैनात किए गए थे।

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बंद का नेतृत्व कांग्रेस की ओर से जिलाध्यक्ष इंदू ¨सहा, जिला प्रभारी इंतेखाब आलम, कुमार आदित्य, डॉ. इरशाद खान आदि कर रहे थे। जबकि राजद के जिलाध्यक्ष व पूर्व विधायक दिलीप यादव, कमल किशोर यादव, महानगर अध्यक्ष सबी अहमद, छोटू ¨सह के नेतृत्व में काफी संख्या में कार्यकर्ता सड़क पर बंदी का नेतृत्व कर रहे थे। वहीं जाप की ओर से जिलाध्यक्ष इसराइल आजाद, राकांपा के मु. सुलेमान एवं भाकपा माले के इस्लामुद्दीन, यमुना प्रसाद मुर्मू कार्यकर्ताओं के साथ बंद को सफल बनाने के लिए धरना-प्रदर्शन-जुलूस निकाल रहे थे।

विपक्ष के सड़क जाम और बाजार बंद का असर जिला मुख्यालय में दिन भर रहा। सुबह से बूंदाबांदी हो रही थी लेकिन जैसे ही बारिश रुकी विपक्षी दलों के कार्यकर्ता सड़क पर आ गये। अलग-अलग दलों के कार्यकर्ताओं की टोली सड़कों पर जुलूस की शक्ल में निकले तथा लोगों से बंद का आह्वान किया। कार्यकर्ताओं की कुछ टोली मोटर साइकिल पर सवार होकर भी सड़कों पर भ्रमण किया तथा बंद का जायजा लिया। शहर में प्रवेश करने वाले सभी सड़कों पर ट्रक, बस, ट्रैक्टर सहित अन्य छोटी-बड़ी सभी गाड़ियों को जगह-जगह आड़े तिरछे कर खड़ा कर दिया गया। जिससे यातायात अवरुद्ध हो गया। वहीं राजद, कांग्रेस, जाप के कार्यकर्ता पूर्णिया जंक्शन और कोर्ट स्टेशन पर रेल परिचालन को ठप कर दिया। हालांकि थोड़ी देर बाद रेल परिचालन शुरू कर दिया गया।

कार्यकर्ताओं की टोली जुलूस की शक्ल में मधुबनी चौक, थाना चौक, गिरिजा चौक, जिला स्कूल रोड, खीरु चौक, भट्ठा बाजार, आरएन साह चौक, बस स्टैंड, पॉलीटेक्निक चौक, मरंगा बायपास, सुदीन चौक, गुलाबबाग, जीरो माइल, खुश्कीबाग, लाइन बाजार, जनता चौक होते हुए आरएन साह चौक पर पहुंची जहां सभा की गई। कार्यकर्ताओं ने आरएन साह चौक, आस्था मंदिर चौक, नेवालाल चौक, खुश्कीबाग आदि जगहों पर धरना दिया तथा सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन भी किया। सभी कार्यकर्ता बढ़ रही महंगाई के लिए केंद्र सरकार की नीति को दोषी ठहरा रहे थे।

बोले विपक्षी दलों के नेता

आस्था मंदिर पर धरना का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस के कुमार आदित्य ने कहा कि कांग्रेस अथवा समर्थक दलों के कार्यकर्ताओं ने कहीं कोई जबरदस्ती नहीं की है। बंद स्वत:स्फूर्त था तथा लोगों में केंद्र और राज्य सरकार के प्रति गुस्सा है। सरकार को जनता की उपेक्षा का खामियाजा भुगतना पड़ेगा। कांग्रेस के जिला प्रभारी इंतेखाब आलम ने बताया कि पेट्रोल-डीजल के बढ़ रहे दाम के कारण अन्य दैनिक उपभोग की वस्तुओं के दाम भी आसमान पर हैं लेकिन सरकार इस पर रोक लगाने के लिए कोई कदम नहीं उठा रही है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बार बार इस पर सरकार से जवाब मांगा लेकिन सरकार अहं में डूबी है। इसलिए बंद का आह्वान करना पड़ा। जिलाध्यक्ष इंदू ¨सहा ने बताया कि सरकार घोटाले में लिप्त है। राफेल घोटाले के खिलाफ कांग्रेस मंगलवार को धरना देगी।

वहीं राजद के जिलाध्यक्ष व पूर्व विधायक दिलीप यादव ने बताया कि सरकार आम लोगों की समस्याओं से बेफिक्र है। महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार पर सरकार कुछ नहीं बोल रही सिर्फ जुमलेबाजी कर लोगों को बेवकूफ बना रही है। राजद नेता कमल किशोर यादव ने कहा कि यह सरकार तानाशाह की तरह काम कर रही है। सरकार के खिलाफ आवाज उठाने वालों को जेल में डाल रही है। सिर्फ चंद उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए आम जनता को बलि का बकरा बना रही है। महानगर राजद अध्यक्ष सबी अहमद ने कहा कि बंद में आम लोगों की सहभागिता ने दिखा दिया है कि सरकार के प्रति लोगों में कितना गुस्सा है। उन्होंने कहा कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को जेल में डालने की सजा जनता जरूर मोदी सरकार और नीतीश सरकार को देगी।

जाप के जिलाध्यक्ष इसराइल आजाद ने कहा कि बढ़ रही महंगाई से आम आवाम पीड़ित है। उनके नेता पप्पू यादव लगातार महंगाई, भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं लेकिन सरकार कान में तेल डालकर सो रही है।

राकांपा के जिलाध्यक्ष विक्टर ने कहा कि बंद में लोगों ने शांति पूर्ण ढंग से भाग लिया। सरकार आम जनता से जुड़ी समस्याओं से अनजान बनी हुई है जिसका खामियाजा उन्हें अगले चुनाव में भुगतना होगा।


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