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चार दिवसीय छठ महापर्व उदीयमान सूर्य को अर्घ देने के साथ संपन्न

पूर्णिया। भक्ति उपासना एवं लोक आस्था का चार दिवसीय महापर्व छठ शनिवार को उदीयमान सूर्य को

By JagranEdited By: Published: Sat, 21 Nov 2020 06:02 PM (IST)Updated: Sat, 21 Nov 2020 06:02 PM (IST)
चार दिवसीय छठ महापर्व उदीयमान 
सूर्य को अर्घ देने के साथ संपन्न
चार दिवसीय छठ महापर्व उदीयमान सूर्य को अर्घ देने के साथ संपन्न

पूर्णिया। भक्ति, उपासना एवं लोक आस्था का चार दिवसीय महापर्व छठ शनिवार को उदीयमान सूर्य को अ‌र्घ्य देने के साथ संपन्न हो गया। इसी के साथ छठव्रतियों का 36 घंटे का निर्जला उपवास भी समाप्त हुआ। श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव से भगवान सूर्य की आराधना की और अ‌र्घ्य अर्पित किया। हालांकि कोरोना संक्रमण के कारण लोगों में छठ महापर्व को लेकर उत्साह में कुछ कमी जरूर दिखी। वाबजूद श्रद्धा और निष्ठा के साथ लोगों ने महापर्व को मनाया।

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शहर के पक्की तालाब, पॉलिटेक्निक कालेज, सौरा नदी सिटी काली मंदिर घाट, कला भवन तालाब, चुनापूर घाट, लॉ कॉलेज के पीछे तालाब, बेलौरी घाट सहित अन्य घाटों पर छठ मनाया गया। कोरोना संक्रमण के कारण घाटो पर लोगों की भीड़ कम दिखी। अधिकांश लोगों ने अपने घर पर ही तालाब बनाकर या गड्ढ़ा बनाकर भगवान भास्कर को अर्घ दिया। नदियों के घाट पर कोरोना संक्रमण से सुरक्षा के निर्देश का पालन कर श्रद्धालुओं ने पर्व मनाया। घाट पर पुलिस प्रशासन की पुख्ता व्यवस्था की गई थी। श्रद्धालुओं के छठ घाट पर पहुंचने से पहले सैनिटाइज कराया गया था। गहरे एवं खतरनाक छठ घाटों पर बैरिकेटिग की गई थी एवं एसडीआरएफ की टीम तैनात रही।

शनिवार अल सुबह ही लोग नदियों के घाट पर पहुंचे और सूर्योदय का इंतजार किया और भगवान भास्कर का उदय होते ही अ‌र्घ्य दिया। घाटों के आसपास के क्षेत्र में छठ मईया के गीतों से वातावरण गुंजायमान होता रहा। लोगों ने छठ मईया और भगवान भास्कर से सुख-समृद्धि की कामना की। नदी, छठ घाटों में पानी में खड़े होकर व्रतियों ने भगवान भास्कर की आराधना की उसके बाद अ‌र्घ्य दिया। इससे पहले शुक्रवार की शाम को अस्तचलगमी सूर्य को अ‌र्घ्य देकर भक्तों ने पूजा-अर्चना की थी।

केंद्रीय कारा में बंदियों ने मनाया छठ त्योहार::

लोक आस्था का त्योहार छठ महापर्व केंद्रीय कारा में बंद बंदियों ने श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया। जेल में बंद 23 बंदियों ने छठ का व्रत रखा और अस्ताचलगामी और उदीयमान सूर्य को अ‌र्घ्य दिया। इस दौरान किसी व्रतियों को कोई परेशानी नहीं हो जेल प्रशासन की ओर से पूरी व्यवस्था की गई थी। बंदियों को पूजा-पाठ सामग्री सहित वस्त्र दिया गया। तालाब की साफ-सफाई की गई थी। इस संबंध में केंद्रीय कारा अधीक्षक जितेंद्र कुमार ने बताया कि जेल में बंद बंदी उत्साहपूर्वक छठ महापर्व मनाया। उन्होंने बताया कि 14 महिला और नौ पुरुष ने व्रत रखकर जेल के अंदर छठ त्योहार मनाया।


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