गोल्डेन मिशन पर आयुष्मान
पूर्णिया। आयुष्मान भारत योजना को अमलीजामा पहुंचाने के लिए विभाग को मिशन मोड पर कार्य करने का
पूर्णिया। आयुष्मान भारत योजना को अमलीजामा पहुंचाने के लिए विभाग को मिशन मोड पर कार्य करने का निर्देश दिया गया है। इसके लिए सभी चिह्नित लोगों का गोल्डेन कार्ड दिसंबर के अंत बनाने का निर्देश दिया गया है।
इसके बसुधा केंद्र के साथ ही साथ अब पंचायत स्तर पर भी अलग से कैंप लगेगा। कैंप में कार्यपालक सहायक गोल्डेन कार्ड बनाएंगे। इसके लिए उन्हे प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिले के सभी प्रखंड के पंचायत में अलग-अलग कैंप का आयोजन होगा। एक पंचायत में अगर वह बड़ा है तीन से चार दिन कार्ड बनेगा। अबतक जिले में 85 हजार 877 लोगों का गोल्डेन कार्ड बन चुका है। अगर परिवार के रुप में बात करें तो अबतक 47 हजार 2 परिवार का गोल्डेन कार्ड बन चुका है। आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत गरीब तबके के लोगों को पांच लाख तक का इलाज सरकारी और सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में मुफ्त की जाती है। आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत गरीब लोगों को स्वास्थ्य बीमा का लाभ सरकारी और निजी अस्पताल में मिल रहा है। जिलाधिकारी की बैठक में पिछले सप्ताह गोल्डेन कार्ड लक्ष्य की तुलना पर काफी कम बनने पर चर्चा हुई थी और संबंधित पदाधिकारी को मिशन मोड में कार्ड बनाने का निर्देश दिया गया था।
जिले लक्ष्य की तुलना में महज 3.4 फीसद ही कार्ड जारी किए गए हैं।
वसूधा केंद्रों के साथ शामिल होंगे कार्यपालक सहायक
इसको रफ्तार देने के लिए अब जिले के वसूधा केंद्रों के साथ कार्यपालक सहायक को भी शामिल किया जा रहा है। जिले में 350 स्थलों में शिविर आयोजित की जा रही है। बसूधा केंद्र को रोजाना रिपोर्टिग करने का भी निर्देश दिया गया है। कैंप में 4 लाख 28 सौ 5 परिवारों का गोल्डेन कार्ड बनाने का लक्ष्य तय किया गया है। अबतक इसके तुलना में 11 फीसद ही कार्ड बना है। लाभुक की संख्या 21 लाख 75 हजार 645 है। अबतक 3.8 फीसद लोगों का ही गोल्डेन कार्ड बना है। इसको रफ्तार देने के लिए अब पंचायत स्तर भी इसको लेकर तैयारी की जा रही है। कैंप में लोगों को इलाज का लाभ उठाने के लिए जागरुक भी किया जाएगा और जानकारी दी जाएगी। सभी सरकारी अस्पताल और सूचीबद्ध निजी अस्पातल में लाभ लिया जा सकता है।