पूर्णिया बनेगा तंबाकू मुक्त जिला, चलेगा सघन जागरूकता अभियान
पूर्णिया। पूर्णिया को तंबाकू मुक्त जिला बनाने का निर्देश जिला पदाधिकारी ने दिया है। इसके लिए
पूर्णिया। पूर्णिया को तंबाकू मुक्त जिला बनाने का निर्देश जिला पदाधिकारी ने दिया है। इसके लिए सघन जागरूकता अभियान चलाने को कहा गया है। डीएम प्रदीप कुमार झा शनिवार को सीड्स और जिला तम्बाकू नियंत्रण कोषाग के संयुक्त तत्वावधान में समाहरणालय सभागार में आयोजित जिलास्तरीय उन्मुखीकरण सह प्रशिक्षण कार्यशाला के उद्घाटन के दौरान उक्त बातें कही। कार्यशाला में डीएम ने शिक्षण संस्थानों के 100 गज की दूरी में तंबाकू उत्पाद की बिक्री पर रोक लगाने का निर्देश जिला शिक्षा पदाधिकारी को दिया। इस दौरान कई अन्य निर्देश भी दिए गए।
कार्यशाला का आयोजन पूर्णिया जिला के सभी संबंधित अधिकारियों को तम्बाकू नियंत्रण के गुर सिखाने के लिए किया गया था। कार्यशाला को संबोधित करते हुए डीएम ने कहा कि बिना बोर्ड लगाए निर्माता, थोक एवं खुदरा विक्रेता तम्बाकू उत्पाद नहीं बेच सकेंगे। बताया कि बच्चों और अवयस्कों को तम्बाकू उत्पाद बेचने पर एक लाख तक का जुर्माना और सात साल तक की सजा हो सकती है।
जिला पदाधिकारी ने बताया कि तम्बाकू के दुष्परिणामों से बच्चों और अवयस्कों को बचाना बहुत आवश्यक है। उन्होंने जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया कि स्कूलों में इस कार्यक्रम का संचालन किया जाए और सभी शिक्षण संस्थानों के पास से तम्बाकू उत्पाद की दुकानों को यथाशीघ्र हटाया जाए। इस आदेश के उलंघनकर्ताओं को कोटपा व जेजे एक्ट सहित विभिन्न धाराओं में दंडित किया जाएगा। जिला पदाधिकारी ने सभी संबंधित पदाधिकारियों को अपने अपने कार्य क्षेत्रों में कोटपा 2003 के विभिन्न धाराओं का शत प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
कार्यशाला में सीड्स के कार्यपालक निदेशक दीपक मिश्रा ने प्रस्तुतिकरण के माध्यम से तम्बाकू नियंत्रण की आवश्यकता पर बल दिया और बिहार के विभिन्न जिलों में अब तक किये गए गतिविधियों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बच्चे व युवा तम्बाकू उद्योग का सबसे सॉफ्ट टारगेट होते हैं जिन्हें लुभाने के लिए तम्बाकू कंपनी तरह तरह के हथकंडे अख्तियार करती है। उन्होंने तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम में सभी विभागों को अपनी भूमिका निभाने का सुझाव दिया।
विदित हो कि हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन और भारत सरकार द्वारा प्रकाशित गेटस टू के सर्वे में सामने आया है कि बिहार में तम्बाकू सेवन करने वालों में काफी कमी आई है। यह आकड़ा 53.5 फीसद से घट कर 26.9 प्रतिशत हो गई है।
उक्त कार्यशाला में डीडीसी राम शकर, सिविल सर्जन डॉ केएम पूर्वे, सीड्स के कार्यपालक निदेशक दीपक मिश्रा, सदर अस्पताल के अधीक्षक डॉ जीके घोष, सीड्स के कार्यक्रम पदाधिकारी सुनील चौधरी, मनोज कुमार झा, जिला तम्बाकू नियंत्रण कोषाग के नोडल अधिकारी, डीपीएम ब्रजेश कुमार सहित सभी एसडीओ, बीडीओ एवं थाना अध्यक्षों ने हिस्सा लिया। जिला नोडल पदाधिकारी डॉ विष्णु अग्रवाल ने धन्यवाद ज्ञापन किया।