निर्माण मजदूरों ने किया प्रदर्शन
एक्टू से संबद्ध बिहार राज्य निर्माण मजदूर यूनियन की जिला इकाई से जुड़े मजदूरों ने बुधवार को समाहरणालय के समक्ष प्रदर्शन किया तथा अपनी मांगों से संबंधित केंद्र और राज्य श्रम संसाधन मंत्री को संबोधित दो ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। इससे पूर्व मजदूरों ने जुलूस भी निकाला तथा सरकार के खिलाफ मजदूरों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की। प्रदर्शन का नेतृत्व यूनियन के सचिव ललन ¨सह, अध्यक्ष नंदन दास आदि कर रहे थे। समाहरणालय पहुंचने से पूर्व यूनियन के मजदूर जुलूस की शक्ल में थाना चौक से निकले। नारेबाजी करते हुए सभी मजदूर गिरिजा चौक, आरएन सॉ चौक होकर डीएम कार्यालय के समीप पहुंचे। समाहरणालय का गेट बंद कर दिए जाने के कारण यूनियन के पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल डीएम से मिलकर मांग पत्र सौंपा। दिए गए ज्ञापन में कहा गया है कि मजदूरों की कमाई का सेस करीब 12 हजार करोड़ रुपये केंद्र सरकार के पास जमा है। जिसे वह एनजीओ व कॉरपोरेट घरानों पर खर्च करना चाहती है जो मजदूरों के साथ अन्याय है।
पूर्णिया। एक्टू से संबद्ध बिहार राज्य निर्माण मजदूर यूनियन की जिला इकाई से जुड़े मजदूरों ने बुधवार को समाहरणालय के समक्ष प्रदर्शन किया तथा अपनी मांगों से संबंधित केंद्र और राज्य श्रम संसाधन मंत्री को संबोधित दो ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। इससे पूर्व मजदूरों ने जुलूस भी निकाला तथा सरकार पर मजदूरों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की। प्रदर्शन का नेतृत्व यूनियन के सचिव ललन ¨सह, अध्यक्ष नंदन दास आदि कर रहे थे।
समाहरणालय पहुंचने से पूर्व यूनियन के मजदूर जुलूस की शक्ल में थाना चौक से निकले। नारेबाजी करते हुए सभी मजदूर गिरिजा चौक, आरएन साह चौक होकर डीएम कार्यालय के समीप पहुंचे। समाहरणालय का गेट बंद कर दिए जाने के कारण यूनियन के पांच सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल डीएम से मिलकर मांग पत्र सौंपा। दिए गए ज्ञापन में कहा गया है कि मजदूरों की कमाई का शेष करीब 12 हजार करोड़ रुपये केंद्र सरकार के पास जमा है। जिसे वह एनजीओ व कॉरपोरेट घरानों पर खर्च करना चाहती है जो मजदूरों के साथ अन्याय है। यूनियन के नेता उस पर रोक लगाने के साथ तीन फीसद शेष वसूली की मांग कर रहे थे। मजदूरों की निबंधन की प्रक्रिया आसान करने व असंगठित मजदूरों का निबंधन करने की भी मांग ज्ञापन में शामिल था। यूनियन की मुख्य मांगों में औजार खरीद के लिए अनुदान हेतु कौशल विकास प्रमाण पत्र व घर मरम्मत के लिए राशि हेतु केवाला रसीद की अनिवार्यता समाप्त करना शामिल है। शहरी इलाकों में मजदूरों के लिए कॉलोनी निर्माण करने व ग्रामीण इलाकों में वास जमीन का पट्टा देने की मांग भी मजदूर कर रहे थे। शहर में मजदूरों का जुटान स्थल पॉलीटेक्निक चौक, लाइन बाजार, मधुबनी चौक, रजनी चौक पर पेयजल व शेड निर्माण की मांग कर रहे थे। ज्ञापन सौंपने के बाद मजदूरों की सभा को नेताओं ने संबोधित भी किया।
प्रदर्शन में मजदूर एवं माले नेता आनंद मोहन, सरफराज, इस्लामुद्दीन, राजकुमार ¨सहा, अविनाश पासवान, विजय कुमार आदि मुख्य रूप से शामिल थे।