पटना के फुलवारीशरीफ में युवक की गोली मारकर हत्या, सीमा विवाद में उलझी पुलिस
फुलवारीशरीफ के नवरतनपुर के नजदीक एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। सुबह जब स्थानीय लोगों ने खून से लथपथ शव देखा तो पुलिस को सूचना दी।
पटना, जेएनएन। फुलवारीशरीफ के नवरतनपुर के नजदीक शनिवार की सुबह एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। सुबह जब स्थानीय लोगों ने खून से लथपथ शव देखा तो पुलिस को सूचना दी। इधर जानकारी मिलने के बावजूद काफी देर तक पुलिसकर्मी खगौल और फुलवारीशरीफ सीमा के विवाद में उलझे रहे।
मृतक की पहचान नवरतनपुर देवी स्थान निवासी संजय सिंह का पुत्र शंकर कुमार (18) के रूप में हुई है। वारदात को अंजाम देकर अपराधी फरार हो गए। हत्या क्यों की गई? इस बात का खुलासा अभी नहीं हो पाया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मामले की छानबीन शुरू कर दी गई है। इधर, सूचना मिलने पर मृतक के स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
रंगदारी नहीं देने पर कारोबारी की हुई हत्या
पटनाः चौक थाना क्षेत्र के मथनीतल में 13 मार्च को सरेशाम बाबा ज्वेलर्स दुकान में घुसकर स्वर्ण व्यवसायी आलोक रंजन मिश्र की हत्या के मामले के जेल में बंद मुख्य सरगना से पुलिस ने पूछताछ की। थानाध्यक्ष टीएन तिवारी ने शुक्रवार को बताया कि पूछताछ में मुख्य आरोपित ने रंगदारी नहीं देने पर हत्या किए जाने की बात कही। रंगदारी की रकम उसने नहीं बतायी है। दर्जनभर से अधिक संगीन अपराध में संलिप्त यह आरोपित स्वर्ण व्यवसायी के मोहल्ला क्षेत्र का ही रहने वाला है। लगभग डेढ़ साल से वह बाल सुधार गृह में रह रहा था। पूछताछ के बाद इसे बेउर जेल भेजा गया है। थानाध्यक्ष ने बताया कि इस हत्याकांड में हत्यारों को हथियार देने के आरोपित नीलेश जायसवाल, गौरी, सोनू, अमित को पूछताछ के बाद जेल भेजा गया है। यह सभी मालसलामी क्षेत्र के रहने वाले हैं। स्वर्ण व्यवसायी की हत्या के इन सभी आरोपितों ने पूछताछ में कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी हैं। हत्या में करीब दस अपराधी संलिप्त हैं।