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बालू कारोबारी की हत्या में बाधक बनने पर गई थी युवक की जान

बालू कारोबारी की हत्या में बाधक बनने पर गई थी युवक की जान

By JagranEdited By: Published: Sat, 25 Jan 2020 01:47 AM (IST)Updated: Sat, 25 Jan 2020 06:13 AM (IST)
बालू कारोबारी की हत्या में बाधक बनने पर गई थी युवक की जान
बालू कारोबारी की हत्या में बाधक बनने पर गई थी युवक की जान

पटना। रानीतालाब थाना क्षेत्र के काब गाव में 12 दिन पूर्व एक युवक की गला दबाकर हत्या के मामले में पुलिस ने पर्दाफाश किया है। क्षेत्र के काब में एक युवक क हत्या के बाद गुप्तांग कटा शव मिला था। शव की पहचान काब निवासी सत्येंद्र सिंह के पुत्र सुधीर कुमार (25) के रूप में हुई थी। हालांकि हत्या की गुत्थी सुलझाना पुलिस के लिए चुनौती बन गई थी। कई लोग प्रेम-प्रसंग तो कुछ लोग बालू कारोबार से जुड़ा मामला बता रहे थे। पुलिस अपराधियों तक पहुंचना चाह रही थी, मगर अपराधियों ने मृतक का गुप्तांग काटकर हत्या को प्रेम-प्रसंग में बदलने का प्रयास कर पुलिस को दिगभ्रमित कर दिया था। इस मामले में पुलिस ने गुरुवार को तीन युवकों को कॉल डिटेल व मोबाइल लोकेशन के आधार पर गिरफ्तार किया था। सभी युवक रानीतलाब थाने के काब के थे। गिरफ्तार युवकों ने बताया कि सोन नदी के रानीतलाब व आसपास के बालू घाट पर अपना वर्चस्व कायम करना चाह रहे थे, लेकिन घाट को बॉर्डसन कंपनी ने पिछले कई वर्षो से धाना गांव के रामाकात यादव को दे रखा है। रामाकात के रहते काफी प्रयास के बाद बालू घाट नहीं मिलने से ये लोग निराश हो गए थे। इस बीच काब के पाच युवकों ने एक गुट बनाया। इस गुट ने रामकात की हत्या की दो बार साजिश रची, मगर दोनों बार हत्या करने में असफल रहे। असफल होने पर साजिश की बात रामाकांत तक पहुंचाने का शक सुधीर कुमार पर होने लगा। रामाकात यादव के यहां घाट पर सुधीर मुंशी का काम करता था। हत्या की जांच के लिए डीएसपी मनोज कुमार पाडे के नेतृत्व में पुलिस ने काब में छापेमारी कर हत्याकाड में शामिल अपराधी बब्लू कुमार उर्फ बाबू, संजीव कुमार उर्फ पंडित व कुंदन कुमार उर्फ दीपक को गिरफ्तार कर लिया। उसकी निशानदेही पर चाकू को बरामद कर लिया गया है। डीएसपी मनोज पांडे ने बताया कि हत्याकाड को पाच अपराधियों ने अंजाम दिया था। इसमें अंशु व रवि फरार चल रहे हैं। दोनों अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। प्राइवेट पार्ट काट कर सुधीर की हत्या के पीछे पुलिस की जाच को भटकाना था। डीएसपी ने बताया कि सुधीर की हत्या गुप्तचर की शका में हुई है। अपराधियों को शका थी कि सुधीर कुमार रामाकात यादव के लिए गुप्तचर वाला काम करता था, जिसके कारण कई बार हत्या की साजिश फेल हो गई। इसी को लेकर सुधीर की हत्या की गई थी।

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