उमानाथ मंदिर के घाट पर गंगा में स्नान करने आया युवक डूबा
स्वजनों से मिली जानकारी के अनुसार उसकी दादी के श्राद्धकर्म संपन्न होने के बाद युवक पूरे परिवार के साथ शुद्धिकरण के लिए उमानाथ घाट पर गंगा स्नान करने बड़गांव नालंदा जिले से पहुंचा था। स्नान के समय वह गहरे पानी में जाकर डूबने लगा। वह तैरना नहीं जानता था। उसे बचाने के लिए विशाल कुमार नाम का युवक आगे बढ़ा लेकिन जब वह भी डूबने लगा तो उसे बचा लिया गया।
पटना। बाढ़ क्षेत्र के उमानाथ मंदिर के घाट पर रविवार को एक युवक गंगा में स्नान के दौरान डूब गया, जिससे अफरा-तफरी मच गई। आनन-फानन स्थानीय लोगों द्वारा इसकी सूचना प्रशासन को दी गई। मौके पर प्रशासन की टीम पहुंची और मामले की छानबीन शुरू कर दी। स्थानीय गोताखोरों की सहायता से डूबने वाले युवक की तलाश शुरु कर दी गई। स्वजनों से मिली जानकारी के अनुसार उसकी दादी के श्राद्धकर्म संपन्न होने के बाद युवक पूरे परिवार के साथ शुद्धिकरण के लिए उमानाथ घाट पर गंगा स्नान करने बड़गांव नालंदा जिले से पहुंचा था। स्नान के समय वह गहरे पानी में जाकर डूबने लगा। वह तैरना नहीं जानता था। उसे बचाने के लिए विशाल कुमार नाम का युवक आगे बढ़ा, लेकिन जब वह भी डूबने लगा, तो उसे बचा लिया गया। परंतु युवक राजू कुमार गंगा में डूब गया। दो घंटे तक कोई भी गोताखोर उसे बचाने नहीं आया। बाद में पुलिस आकर गोताखोरों एवं मछुआरों की सहायता से युवक को तलाशने की कोशिश शुरू कर दी। समाचार लिखे जाने तक युवक का अता-पता नहीं चल पाया है। प्रशासन की माने तो 24 घंटे बाद ही अब वह निकल पाएगा।
बैरिकेडिंग लगाने की मांग :
उमानाथ घाट पर पिछले कुछ महीनों से गंगा में डूबने की घटना लगातार हो रही है। हालांकि इस बाबत प्रशासन के द्वारा अलर्ट भी किया गया था, लेकिन फिर भी घटना हो रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन की ओर से गंगा घाट के पास बैरिकेडिंग नहीं लगाई गई है, जिसके कारण बाहर से आने वाले लोगों को पानी में घुसने का बाद गहराई का अंदाजा नहीं लग पाता है और वह इस तरह के घटना के शिकार हो जात हैं। लोगों ने बैरिकेडिंग लगाने की मांग की है।