एक भवन के पांच कमरों में चल रहीं पांच स्कूल की कक्षाएं, जानें पटना के इस विद्यालय का हाल Patna News
बिहार की राजधानी में शिक्षा का बुरा हाल है। लोग एेसा कहते हैं हम आपके सामने उदाहरण पेश कर रहे हैं। यहां एक भवन के पांच कमरों में पांच स्कूल की कक्षाएं चल रही हैं।
By Edited By: Published: Fri, 23 Aug 2019 01:52 AM (IST)Updated: Fri, 23 Aug 2019 08:41 AM (IST)
पटना, जेएनएन। विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के कारण सरकारी प्राथमिक शिक्षा और व्यवस्था दिनों दिन मजाक बनती जा रही है। इसका जीता जागता उदाहरण बना है शैक्षणिक अंचल चौक के अधीन चलने वाला उर्दू मध्य विद्यालय सदरगली।
इस स्कूल के भवन में केवल पांच कमरे ही दुरुस्त हैं। इन पांच कमरों में पांच विद्यालय चल रहे हैं। प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों की 34 कक्षाएं चला पठन-पाठन कराने की औपचारिकता पूरी की जा रही है। विद्यालय अवर निरीक्षक इस पूरे मामले से अंजान हैं। शिक्षकों का कहना है कि अधिकारियों के आदेश का पालन करना हमारी मजबूरी है। जाड़ा, गर्मी और बरसात में पठन-पाठन मुश्किल से हो पाता है। बरामदे में क्लास लगती है। बच्चों की संख्या काफी घट गई है।
हाल ही में मध्य विद्यालय सदरगली में उर्दू मध्य विद्यालय दुंदीबाजार को शिफ्ट कर दिया गया है। संपोषित क्षेत्र से स्कूल दूर हो जाने के कारण अधिकांश छात्राओं ने स्कूल जाना ही छोड़ दिया। अभिभावकों ने लड़कियों के मध्य विद्यालय सदर गली पहुंचने के रास्ते में कभी भी अनहोनी होने की आशंका जतायी है। जिला शिक्षा पदाधिकारी को नागरिकों ने पत्र लिख कर उर्दू मध्य विद्यालय दुंदी बाजार के समीप सरकारी भवन में चलने वाले राजकीय हिन्दी मध्य विद्यालय में शिफ्ट किए जाने की मांग किया है।
अधिकारियों को शिक्षा नहीं आदेश अनुपालन की चिंता मध्य विद्यालय सदरगली के भवन में राजकीय उर्दू मध्य विद्यालय चिकटोली सुबह 6:30 बजे से 11:30 बजे तक चलता है। इसके बाद उर्दू मध्य विद्यालय दुंदीबाजार, उर्दू प्राथमिक विद्यालय शाह की इमली और उर्दू प्राथमिक विद्यालय कन्गहिया टोली सुबह 11:30 बजे से शाम 4:30 बजे तक चलता है। शिक्षकों का कहना है कि उनके बैठने तक के लिए जगह नहीं है। पांच कमरों में पांच स्कूल की कक्षाएं और उनका कार्यालय चल रहा है।
प्रत्येक स्कूल में बच्चों की उपस्थिति दो अंकों में ही रहती है। स्कूल के खंडहर भवन में बदमाशों की दखल है। पहली मंजिल पर बने कमरों में बाहरी लोग प्रवेश कर जाते हैं। अक्सर आपत्तिजनक चीजें मिलती हैं।
डीइओ बोले- जांच कर की जाएगी उचित कार्रवाई जिला शिक्षा पदाधिकारी ज्योति कुमार ने कहा कि उर्दू मध्य विद्यालय सदरगली में संचालित होने वाले विद्यालयों एवं व्यवस्था की जांच कराकर उचित कार्रवाई की जाएगी। उर्दू मध्य विद्यालय दुंदी बाजार को पास के राजकीय हिंदी मध्य विद्यालय में शिफ्ट किए जाने पर भी विचार होगा। पांच स्कूलों के संचालन में होने वाली व्यवहारिक दिक्कतों को देखूंगा।
इस स्कूल के भवन में केवल पांच कमरे ही दुरुस्त हैं। इन पांच कमरों में पांच विद्यालय चल रहे हैं। प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों की 34 कक्षाएं चला पठन-पाठन कराने की औपचारिकता पूरी की जा रही है। विद्यालय अवर निरीक्षक इस पूरे मामले से अंजान हैं। शिक्षकों का कहना है कि अधिकारियों के आदेश का पालन करना हमारी मजबूरी है। जाड़ा, गर्मी और बरसात में पठन-पाठन मुश्किल से हो पाता है। बरामदे में क्लास लगती है। बच्चों की संख्या काफी घट गई है।
हाल ही में मध्य विद्यालय सदरगली में उर्दू मध्य विद्यालय दुंदीबाजार को शिफ्ट कर दिया गया है। संपोषित क्षेत्र से स्कूल दूर हो जाने के कारण अधिकांश छात्राओं ने स्कूल जाना ही छोड़ दिया। अभिभावकों ने लड़कियों के मध्य विद्यालय सदर गली पहुंचने के रास्ते में कभी भी अनहोनी होने की आशंका जतायी है। जिला शिक्षा पदाधिकारी को नागरिकों ने पत्र लिख कर उर्दू मध्य विद्यालय दुंदी बाजार के समीप सरकारी भवन में चलने वाले राजकीय हिन्दी मध्य विद्यालय में शिफ्ट किए जाने की मांग किया है।
अधिकारियों को शिक्षा नहीं आदेश अनुपालन की चिंता मध्य विद्यालय सदरगली के भवन में राजकीय उर्दू मध्य विद्यालय चिकटोली सुबह 6:30 बजे से 11:30 बजे तक चलता है। इसके बाद उर्दू मध्य विद्यालय दुंदीबाजार, उर्दू प्राथमिक विद्यालय शाह की इमली और उर्दू प्राथमिक विद्यालय कन्गहिया टोली सुबह 11:30 बजे से शाम 4:30 बजे तक चलता है। शिक्षकों का कहना है कि उनके बैठने तक के लिए जगह नहीं है। पांच कमरों में पांच स्कूल की कक्षाएं और उनका कार्यालय चल रहा है।
प्रत्येक स्कूल में बच्चों की उपस्थिति दो अंकों में ही रहती है। स्कूल के खंडहर भवन में बदमाशों की दखल है। पहली मंजिल पर बने कमरों में बाहरी लोग प्रवेश कर जाते हैं। अक्सर आपत्तिजनक चीजें मिलती हैं।
डीइओ बोले- जांच कर की जाएगी उचित कार्रवाई जिला शिक्षा पदाधिकारी ज्योति कुमार ने कहा कि उर्दू मध्य विद्यालय सदरगली में संचालित होने वाले विद्यालयों एवं व्यवस्था की जांच कराकर उचित कार्रवाई की जाएगी। उर्दू मध्य विद्यालय दुंदी बाजार को पास के राजकीय हिंदी मध्य विद्यालय में शिफ्ट किए जाने पर भी विचार होगा। पांच स्कूलों के संचालन में होने वाली व्यवहारिक दिक्कतों को देखूंगा।
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