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Vishwakarma Puja 2020: विश्वकर्मा पूजा पर बन रहा ग्रहों का सुखद संयोग, राशि के अनुसार ऐसे करें पूजा

आज भगवान विश्वकर्मा की पूजा पर ग्रहों का सुखद संयोग बन रहा है। गुरु शनि एवं मंगल अपने स्वगृही घरों में हैं तथा व्यापार का कारक बुध ग्रह उच्चस्थ स्थिति में रहेगा।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Thu, 17 Sep 2020 08:27 AM (IST)Updated: Thu, 17 Sep 2020 08:27 AM (IST)
Vishwakarma Puja 2020: विश्वकर्मा पूजा पर बन रहा ग्रहों का सुखद संयोग, राशि के अनुसार ऐसे करें पूजा
Vishwakarma Puja 2020: विश्वकर्मा पूजा पर बन रहा ग्रहों का सुखद संयोग, राशि के अनुसार ऐसे करें पूजा

पटना, जेएनएन। देवलोक के इंजीनियर भगवान विश्वकर्मा की पूजा पर आज ग्रहों का सुखद संयोग बन रहा है। ग्रहों के राजा सूर्यदेव के कन्या राशि में प्रवेश के दिन प्रतिवर्ष भगवान विश्वकर्मा की पूजा होती है। यह संयोग हर बार 17 सितंबर को ही बनता है। आचार्य पीके युग ने बताया कि इस दिन ग्रहों की बेहद सुखद स्थिति बन रही है। गुरु, शनि एवं मंगल अपने स्वगृही घरों में हैं तथा व्यापार का कारक बुध ग्रह उच्चस्थ स्थिति में रहेगा। इस दिन सभी ग्रहों के छह स्थानों पर रहने के कारण दाम योग का निर्माण हो रहा है। पूजा पर बुधादित्य योग बन रहा है। 

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कृष्ण के कहने पर सुदामा के लिए घर का निर्माण 

आचार्य ने पंचांगों के हवाले से बताया कि सूर्य एवं बुध जब साथ होते हैं तो बुधादित्य योग का निर्माण होता है। देवताओं के वास्तुकार कहे जाने वाले भगवान विश्वकर्मा की पूजा-अर्चना आश्विन कृष्ण अमावस्या को पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र एवं शुभ योग के युग्म संयोग में पितृपक्ष के समापन के दिन यानी 17 सितंबर को होती है। उन्होंने बताया कि भगवान विश्वकर्मा ने सतयुग में स्वर्ग लोक, त्रेता में लंका, द्वापर में द्वारिका और कलियुग में हस्तिनापुर की रचना की थी। भगवान श्रीकृष्ण के कहने पर उनके परम मित्र सुदामा के लिए भी घर का निर्माण उन्होंने किया था। वे सृष्टि के रचयिता ब्रह्मा के सातवें धर्मपुत्र के रूप में जन्म लिये थे। वे देवताओं के शिल्पकार, वास्तुशास्त्र के देवता हैं। उन्हें मशीनों का भी देवता माना जाता है। विष्णु पुराण में विश्वकर्मा को 'देव-बढ़ई' कहा गया है। इनके पूजन से व्यापार में वृद्धि होती है। 

पूजन का शुभ मुहूर्त - 

संक्रांति काल मुहूर्त : सुबह 9:51 बजे से 

अभिजीत मुहूर्त : दोपहर 11:19 बजे से 12:08 बजे तक 

गुली काल मुहूर्त : सुबह 8:41 बजे से 10:12 बजे तक

कारखानों तथा विद्युत कार्यालयों में पूजा

पटना सिटी की दादर मंडी, चौकशिकारपुर, गुड़ की मंडी स्थित विश्वकर्मा मंदिर में भगवान विश्वकर्मा की पूजा विशेष रूप से करने की तैयारी की जा रही है। इसके अलावा कारखानों में विश्वकर्मा पूजा की तैयारी की गई है। विद्युत कार्यालयों में भी विश्वकर्मा पूजा की तैयारी हुई है। पूजा के लिए पूजन सामग्री, सजावट के सामान, फल और मिठाई खरीदने के लिए लोग दुकानों पर पहुंचे।


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