आम जनता का त्योहार है लोकसभा चुनाव, महिलाओं की है अधिक जिम्मेदारी
पटना के दैनिक जागरण कार्यालय में दैनिक जागरण संगिनी क्लब की महिलाओं ने अपनी साप्ताहिक परिचर्चा में कैसे करें वोट विषय पर अपनी बातें रखीं।
By Edited By: Published: Thu, 04 Apr 2019 08:00 AM (IST)Updated: Thu, 04 Apr 2019 09:13 AM (IST)
पटना, जेएनएन। लोकसभा चुनाव में हर कोई वोट करे और एक सही सरकार चुने, इसको लेकर कई जागरुकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में बुधवार को दैनिक जागरण कार्यालय में दैनिक जागरण संगिनी क्लब की महिलाओं ने अपनी साप्ताहिक परिचर्चा में 'कैसे करें वोट' विषय पर अपनी बातें रखीं। संगिनियों ने कहा कि किसी भी सरकार को बनाने-बिगाड़ने में महिलाओं का वोट अहम है।
महिलाएं तय करें कैसे बने जिम्मेदार सरकार
राजा बाजार कि डॉ. पूनम देवा ने कहा कि महिलाएं सोच-समझकर वोट करें तभी एक जिम्मेदार सरकार का चुनाव हो सकेगा। चर्चा में किसी ने जागरुकता और अधिक जानकारी के लिए सोशल मीडिया से जुड़ने पर जोर दिया तो किसी ने अपने विचारों पर अड़े रहने की बात कही। चुनाव आम जनता के लिए एक पर्व से कम नहीं है। जैसे हर पर्व में महिलाएं आगे बढ़कर काम करती हैं, उसी तरह चुनाव के दौरान भी महिलाओं को आगे बढ़ कर मतदान करना चाहिए। साथ ही अपने घर में काम करने वाली महिलाओं को भी चुनाव के समय वोट देने के लिए जागरूक करते रहें।
आधीआबादी उठाए वोट का बीड़ा
पाटलिपुत्र की डॉ रेणु ने कहा कि लोकतंत्र का पर्व सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण पर्व होता है। इस दिन अगर कोई छुट्टी के दिन के रूप में मनाना भी चाहता है तो ये महिलाओं का कर्तव्य होना चाहिए कि हम उन्हें वोट देने जाने के लिए जागरूक करें। अक्सर देखा जाता है कि चुनाव को लेकर महिलाओं का अपना कोई विचार नहीं होता है। घर के लोग जो फैसला लेते हैं, उसी के आधार पर महिलाएं वोट देती हैं। महिलाओं को वोट डालने में खुद की समझ का इस्तेमाल भी करना चाहिए।
थोड़ा जागरुक हैं थोड़ा और होने की जरूरत
शिवपुरी की राजकांता ने कहा कि हम महिलाएं वोट देने से पहले हमेशा ये सोचती हैं कि उस नेता ने हमारे लिए क्या किया। हमारी सुरक्षा पर क्या बड़े फैसले लिए गए हैं, या फिर हमारी शिक्षा पर अभी तक कितना खर्च हुआ है। हम महिलाएं थोड़ा-बहुत तो जागरूक हैं। समय के साथ-साथ हमें और भी जागरुक होने की आवश्यकता है, ताकि हम एक अच्छी सरकार चुन सकें।
प्रेमलता सिंह ने कहा कि जब महिलाएं जागरूक होंगी, तब ही हम एक सफल और जागरूक देश का निर्माण कर सकते हैं। साथ ही सिर्फ महिला वोटर ही ऐसी होती है जो जाति-धर्म से ऊपर उठकर वोटिंग करती है। अगर एक घर में महिला वोटर जागरूक होती है, तो पूरा घर वोट देने के लिए जाता है और जागरूक होता है।
पूनम आनंद ने कहा कि संगिनी क्लब की महिलाएं हर क्षेत्र में सशक्त रूप से अपनी पहचान बना रही हैं। इसलिए इस लोकतंत्र के पर्व में हम पार्क और सार्वजनिक स्थलों पर महिलाओं को वोट देने के लिए जागरूक करें। महिलाओं में देश के राजनीतिक मुद्दों और सही-गलत प्रत्याशी की समझ होनी चाहिए। तभी एक अच्छी सरकार का चुनाव हो सकेगा। चर्चा में रेखा सिंह, गीता कुमारी, पुष्पा तिवारी, ऊषा सिन्हा ने भी अपने विचार रखे।
महिलाएं तय करें कैसे बने जिम्मेदार सरकार
राजा बाजार कि डॉ. पूनम देवा ने कहा कि महिलाएं सोच-समझकर वोट करें तभी एक जिम्मेदार सरकार का चुनाव हो सकेगा। चर्चा में किसी ने जागरुकता और अधिक जानकारी के लिए सोशल मीडिया से जुड़ने पर जोर दिया तो किसी ने अपने विचारों पर अड़े रहने की बात कही। चुनाव आम जनता के लिए एक पर्व से कम नहीं है। जैसे हर पर्व में महिलाएं आगे बढ़कर काम करती हैं, उसी तरह चुनाव के दौरान भी महिलाओं को आगे बढ़ कर मतदान करना चाहिए। साथ ही अपने घर में काम करने वाली महिलाओं को भी चुनाव के समय वोट देने के लिए जागरूक करते रहें।
आधीआबादी उठाए वोट का बीड़ा
पाटलिपुत्र की डॉ रेणु ने कहा कि लोकतंत्र का पर्व सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण पर्व होता है। इस दिन अगर कोई छुट्टी के दिन के रूप में मनाना भी चाहता है तो ये महिलाओं का कर्तव्य होना चाहिए कि हम उन्हें वोट देने जाने के लिए जागरूक करें। अक्सर देखा जाता है कि चुनाव को लेकर महिलाओं का अपना कोई विचार नहीं होता है। घर के लोग जो फैसला लेते हैं, उसी के आधार पर महिलाएं वोट देती हैं। महिलाओं को वोट डालने में खुद की समझ का इस्तेमाल भी करना चाहिए।
थोड़ा जागरुक हैं थोड़ा और होने की जरूरत
शिवपुरी की राजकांता ने कहा कि हम महिलाएं वोट देने से पहले हमेशा ये सोचती हैं कि उस नेता ने हमारे लिए क्या किया। हमारी सुरक्षा पर क्या बड़े फैसले लिए गए हैं, या फिर हमारी शिक्षा पर अभी तक कितना खर्च हुआ है। हम महिलाएं थोड़ा-बहुत तो जागरूक हैं। समय के साथ-साथ हमें और भी जागरुक होने की आवश्यकता है, ताकि हम एक अच्छी सरकार चुन सकें।
प्रेमलता सिंह ने कहा कि जब महिलाएं जागरूक होंगी, तब ही हम एक सफल और जागरूक देश का निर्माण कर सकते हैं। साथ ही सिर्फ महिला वोटर ही ऐसी होती है जो जाति-धर्म से ऊपर उठकर वोटिंग करती है। अगर एक घर में महिला वोटर जागरूक होती है, तो पूरा घर वोट देने के लिए जाता है और जागरूक होता है।
पूनम आनंद ने कहा कि संगिनी क्लब की महिलाएं हर क्षेत्र में सशक्त रूप से अपनी पहचान बना रही हैं। इसलिए इस लोकतंत्र के पर्व में हम पार्क और सार्वजनिक स्थलों पर महिलाओं को वोट देने के लिए जागरूक करें। महिलाओं में देश के राजनीतिक मुद्दों और सही-गलत प्रत्याशी की समझ होनी चाहिए। तभी एक अच्छी सरकार का चुनाव हो सकेगा। चर्चा में रेखा सिंह, गीता कुमारी, पुष्पा तिवारी, ऊषा सिन्हा ने भी अपने विचार रखे।
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