बिहारी प्रतिभा का सकारात्मक नमूना है महिला उद्योग मेला
महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए महिला विकास निगम के बैनर तले शुक्रवार से लगा मेला
पटना। महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए महिला विकास निगम के बैनर तले शुक्रवार से चार दिवसीय मेले का आयोजन ज्ञान भवन में किया जा रहा है। मेले में राज्यभर से लगभग 150 महिला उद्यमियों द्वारा उत्पादित सामग्रियों की प्रदर्शनी सह बिक्री स्टॉल लगाया गया है। इस प्रदर्शनी की शुरुआत मुख्य सचिव दीपक कुमार, महिला विकास निगम की प्रबंध निदेशक हरजोत कौर बम्हरा, महिला उद्योग संघ की अध्यक्षा उषा झा ने संयुक्त रूप से दीप जलाकर किया। मौके पर मुख्य सचिव ने मेले में आई महिला उद्यमियों को संबोधित करते हुए कहा कि मेले में आई सारी महिलाओं की सामग्री अपने आप में बहुत खास है। साथ ही उन्होंने कहा कि बिहार में हुनर की कमी नहीं है तथा महिलाएं अपने हुनर से आत्मनिर्भर हो रही हैं। हरजोत कौर बम्हरा ने कहा कि महिलाओं को अपने अंदर छिपी प्रतिभा का इस्तेमाल सीखना होगा। ईको फ्रेंडली झोले हैं खास :
इस बार मेले में लोगों के बीच गौरैया को बचाने के लिए पटना की रहने वाली मोनिका प्रसाद ने ईको फ्रेंडली झोले का निर्माण किया है। यह बायोडिग्रेडेबल है और पर्यावरण को इससे कोई नुकसान नहीं होता है। मोनिका बताती हैं कि वो इस झोले के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश दे रही हैं। इस झोले की कीमत 30 रुपये से शुरू होकर 200 रुपये तक जाती है।
बिहारी कला को लोगों से रुबरू करवा रहीं ऋचा
उद्योग मेले में केदार हाउस की ऋचा राजपूत ने अपने तरीकों के साथ बिहार की कला को लोगों के बीच रूबरू कर रही है। उन्होंने अपने स्टॉल पर मधुबनी पेंटिंग से बनी हुई साड़ी, टिकुली आर्ट, मंजूषा आर्ट के साथ ही मेटल वर्क को भी बहुत अच्छे तरीकों के साथ डिस्प्ले कर रही है, जो देखने वालों को तेजी से अपनी तरफ आकर्षित भी कर रहा है। ऋचा बताती हैं कि उनके संस्थान द्वारा बिहार की कलाओं को प्राथमिकता देने के लिए बनाया जा रहा है और लोगों को भी ये बहुत पसंद आ रहा है। इनकी कीमत 200 रुपये से शुरू हो रही है।