जंक्शन के तत्काल टिकट काउंटर पर महिला यात्रियों में जमकर मारपीट
पटना जंक्शन पर मंगलवार की सुबह तत्काल टिकट को लेकर जमकर हंगामा हुआ।
पटना : पटना जंक्शन पर मंगलवार की सुबह तत्काल टिकट को लेकर जमकर हंगामा हुआ। महिलाओं के लिए बनाई गई कतार में पुरुषों के खड़े होने से बिफरीं महिलाओं ने पहले इसका जमकर विरोध किया। इसके बाद इन पुरुषों की जगह जो महिलाएं लाइन में लगने के लिए आई, उसको लेकर कतार में पहले से लगीं महिलाओं ने जमकर आपत्ति जताई। इसके बाद ये महिलाएं आपस में ही उलझ गई और 'तू-तू', 'मैं-मैं' से शुरू हुआ झगड़ा मारपीट में तब्दील हो गया। देखते-देखते आरक्षण काउंटर परिसर अखाड़ा बन गया। महिलाएं ही रेफरी भी थीं और पहलवान भी। आधे घंटे तक जमकर मारपीट होती रही। वहां मौजूद पुरुष सुरक्षाकर्मियों ने महिलाओं के झगड़े से खुद को दूर रखा। जबतक महिला कांस्टेबल पहुंचतीं कई महिलाएं एक-दूसरे को घायल कर चुकी थीं।
एक्जीबिशन रोड में रहने वाली सुनीता ने बताया कि वे लोग सुबह 3 बजे से ही नीचे लाइन में लग गई थीं। सुबह 6 बजे आरक्षण काउंटर परिसर का मेन गेट खोला गया। गेट खुलते ही महिला व पुरुष साथ-साथ कतार में खड़े होने के लिए भागने लगे। पुरुष महिलाओं को धक्का देते हुए आगे निकलने लगे। कई महिलाएं सीढ़ी पर ही गिर गई। किसी तरह महिलाएं ऊपर कतार में लगने के लिए पहुंचीं तो वहां अपनी कतार में पहले से ही पुरुषों को खड़ा देखा। यह देख वे शोर मचाने लगीं। कतार में आगे खड़े अधिकांश पुरुष अपनी पत्िनयों या महिला रिश्तेदारों के बदले खड़े थे। जब सूची बनाने की बारी आई तो कतार में खड़ीं दूसरी महिलाएं पुरुषों द्वारा लिखवाए जा रहे महिलाओं के नाम का विरोध करने लगीं। इसी बीच कतार में खड़े पुरुष अपनी महिला संबंधियों को फोन कर बुलाने लगे। बुलाने पर पहुंचीं महिलाएं पुरुषों की जगह लेने लगीं तो पहले से कतार में खड़ी महिलाओं ने विरोध करना शुरू कर दिया। बकझक से शुरू हुआ झगड़ा चंद मिनटो में मारपीट में बदल गया। इस दौरान काउंटर के पास महिलाएं एक दूसरे पर लात-घूंसे चलाती रहीं। वहां आरपीएफ के पाच जवान खड़े थे पर वे मूक दर्शक बने रहे। काफी देर बाद जब महिला बल पहुंचा तो मामला शात हुआ।
: रोज होती है फजीहत :
वहां तैनात काउंटर क्लर्क के अनुसार मंगलवार को पटना जंक्शन पर हुए बवाल में नई चीज केवल मारपीट रही। तत्काल टिकट लेने के लिए ऐसी फजीहत यहा रोज देखने को मिलती है। टिकट काउंटर के एक क्लर्क ने बताया कि पुरुष रोजाना महिलाओं के लिए निर्धारित लाइन में खड़े हो जाते हैं। इससे आए दिन बहस होती रहती है। वहीं यात्रियों का कहना था कि कई बार रेलवे अधिकारियों से इस समस्या को लेकर शिकायत की जा चुकी है पर सुनवाई नहीं होती।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप