बिहार में सीओ के पद पर 35% महिलाओं की तैनाती में लगेगा समय, 187 अंचलों में होगी आधी आबादी
बिहार में सीओ के पद पर 35 फीसद महिलाओं की तैनाती (पोस्टिंग) में अभी समय लगेगा। महिला अधिकारियों की कमी नहीं है। परेशानी अनुभव और सीओ के खाली पदों को लेकर हो रही है। बता दें कि राज्य में 534 अंचल हैं सब में सीओ तैनात हैं।
राज्य ब्यूरो, पटना : सीओ (अंचलाधिकारी) के पद पर 35 फीसद महिलाओं की तैनाती (पोस्टिंग) में अभी समय लगेगा। महिला अधिकारियों की कमी नहीं है। परेशानी अनुभव और सीओ के खाली पदों को लेकर हो रही है। राज्य में 534 अंचल हैं। सब में सीओ तैनात हैं। अमूमन उन्हें तीन साल का कार्यकाल दिया जाता है। इस जून में डेढ़ सौ के करीब सीओ तीन साल का कार्यकाल पूरा कर रहे हैं। पिछले साल जून में 237 सीओ की ट्रांसफर-पोस्टिंग हुई थी। उनमें 49 महिलाएं थीं। पहले से तैनात महिला सीओ को जोड़ लें तो उनकी संख्या सौ के करीब होगी।
राज्य में वर्षों पहले महिला सीओ की कमी थी। कई अंचलों में बीडीओ-सीओ की जिम्मेदारी एक ही अधिकारी को दी जाती थी। सरकार ने 2011 में स्वतंत्र राजस्व सेवा का गठन किया। बिहार लोक सेवा आयोग के जरिए राजस्व सेवा के अधिकारियों की बहाली शुरू हुई। 2016 तक प्रतिभा के बल पर महिलाएं इस सेवा में आईं। 2017 में महिला अभ्यर्थियों को 33 फीसद आरक्षण की सुविधा दी गई। उसके बाद विभाग को अब तक तीन किस्तों में राजस्व सेवा के 649 अधिकारी मिले। इनमें एक तिहाई महिलाएं हैं। इस महीने बिहार लोक सेवा आयोग ने परीक्षा का परिणाम जारी किया है, उसमें राजस्व एवं समकक्ष सेवा के लिए 566 अधिकारियों का चयन किया गया है। इनमें भी एक तिहाई महिलाएं हैं।
187 अंचलों में होंगी महिला सीओ
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर अगर पूरी तरह अमल किया जाता है, तो राज्य के 187 अंचलों में महिला सीओ की तैनाती होगी। आम तौर पर राजस्व अधिकारी के विभिन्न पदों पर काम करने के बाद किसी अधिकारी को सीओ बनाया जाता है। अनुभव की इसी परिपाटी का पालन किया गया तो इतनी संख्या में महिला अधिकारी फिलहाल नहीं मिलेंगी, लेकिन यह परिपाटी है। सरकार चाहे तो नव चयनित महिला राजस्व अधिकारियों को सामान्य प्रशिक्षण देकर प्रभारी सीओ के पद पर तैनात कर सकती है।