बंगाल के चुनाव में शाहनवाज हुसैन की रही खूब डिमांड, बिहार के टीके से लेकर गुंडों तक पर चली चर्चा
West Bengal Assembly Election 2021 पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार का दौर अब खत्म होने की ओर है। इस चुनाव में बिहार छाया रहा। यहां हम आपको यह भी बताएंगे कि बंगाल में सबसे अधिक चुनावी सभाएं बिहार के किस नेता की हुई।
पटना, ऑनलाइन डेस्क। West Bengal Assembly Election 2021: पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार का दौर अब खत्म होने की ओर है। इस चुनाव में बिहार छाया रहा। चाहे किशनगंज के थानेदार इंस्पेक्टर अश्विनी कुमार की पश्चिम बंगाल के दिनाजपुर में भीड़ के हाथों हत्या का मामला हो या फिर बिहार विधानसभा चुनाव के वक्त एनडीए की ओर से किए गए मुफ्त टीकाकरण के वादे का। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुनावी सभाओं में बार-बार बिहार से गुंडे बुलाने का आरोप भाजपा पर लगाया। यहां हम आपको यह भी बताएंगे कि बंगाल में सबसे अधिक चुनावी सभाएं बिहार के किस नेता की हुई तो यह भी जानने का मौका मिलेगा कि किस नेता को बुलाया ही नहीं गया।
सैयद शाहनवाज हुसैन ने की खूब सभाएं
पश्चिम बंगाल के चुनाव में बिहार से सबसे अधिक डिमांड बिहार सरकार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन की रही। शाहनवाज ने बंगाल में खूब रैलियां और सभाएं कीं। इस दौरान बंगाल के स्थानीय प्रशासन ने कई जगह जाने से उन्हें रोका भी, यह कहकर उनके जाने से विधि-व्यवस्था प्रभावित होगी। इस पर मंत्री ने एतराज भी जताया और कहा कि कश्मीर में भी उनकी चुनावी सभा से कोई समस्या नहीं हुई। एक सभा में उन पर पत्थर फेंकने की कोशिश भी हुई। शाहनवाज ने भाजपा उम्मीदवारों के पक्ष में दो दिन पहले तक सभाएं की हैं।
बिहार के इन नेताओं की भी रही डिमांड
बंगाल चुनाव में बिहार से जुड़े दिल्ली के भाजपा सांसद और भोजपुरी अभिनेता मनोज तिवारी भी स्टार प्रचारक रहे। इनके अलावा राजद की ओर से तेजस्वी यादव ने भी बंगाल के कुछ क्षेत्रों में चुनावी सभाएं कीं। हालांकि उनकी पार्टी बंगाल से चुनाव नहीं लड़ रही है। राजद ने बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के साथ गठबंधन में कुछ सीटों पर चुनाव लड़ने की कोशिश की थी, लेकिन इस पर बात नहीं बनी। तेजस्वी ने कुछ सीटों पर तृणमूल उम्मीदवार के लिए वोट जरूर मांगा। बिहार से जदयू का कोई बड़ा नेता चुनावी सभा करने बंगाल नहीं गया, हालांकि इस पार्टी ने कई सीटों से उम्मीदवार दे रखे थे।
गिरिराज सिंह, सुशील मोदी, अश्विनी चौबे जैसे नेताओं की नहीं रही डिमांड
बिहार के पड़ोसी राज्य में भाजपा ने बिहार से जुड़े केवल दो नेताओं को स्टार कैंपेनर की सूची में रखा। ये नेता हैं शाहनवाज हुसैन और मनोज तिवारी। मनोज तिवारी बिहार के रहने वाले हैं और यहां उनके प्रशंसक भी ढेरों हैं, लेकिन अब वे यहां कम दिखते हैं। शाहनवाज हुसैन जरूर बिहार में लगातार सक्रिय रहने वाले नेता हैं। बिहार में भाजपा के बड़े नेताओं में शुमार गिरिराज सिंह, अश्विनी चौबे, सुशील मोदी, संजय जायसवाल, नित्यानंद राय जैसे चेहरे बंगाल में नहीं दिखे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी किया बिहार का जिक्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बंगाल में चुनाव प्रचार के दौरान बिहार का कई बार जिक्र किया। उन्होंने बंगाल में रहने वाले बिहार-यूपी के लोगों को गुंडा कहे जाने पर आपत्ति जताई। प्रधानमंत्री ने किशनगंज के इंस्पेक्टर की हत्या का मसला भी चुनाव के दौरान उठाया।