बिहार में बारिश-ओलावृष्टि के बाद ठंड की वापसी, आज भी बदला रहेगा मौसम का मिजाज
बिहार में मौसम के बदलते मिजाज से एक बार फिर ठंड की वापसी हो गई है। मंगलवार को हुई बारिश और ओलावृष्टि से जहां जनजीवन प्रभावित हुआ है वहीं रबी की फसलों को भी नुकसान पहुंचा है।
पटना, जेएनएन। बिहार में रविवार की रात से रूक-रूककर हो रही बेमौसम बारिश ने फिर से ठंड बढ़ा दी है। मौसम विभाग ने बिहार में मौसम बुधवार तक खराब रहने की संभावना जतायी है। इसके साथ ही कई इलाकों में गरज के साथ बौछारें पड़ने, साथ ही तेज हवाएं भी चलने की अंदेशा है। हालांकि, विभाग के मुताबिक गुरुवार से बिहार का मौसम सामान्य हो जाएगा।
वज्रपात से सात लोगों की हो गई मौत
बिहार में मंगलवार को सुबह से ही तेज हवा के साथ बारिश हुई। राज्य में कई जगहों पर आंधी के साथ ओले भी गिरे। दिन में रात का नजारा दिखा। कई जगह सड़कों पर लाइट जलाकर वाहनों का परिचालन हुआ। शहरी और ग्र्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई। आंधी-पानी और ओला गिरने से गेहूं, सरसों,अरहर व तंबाकू की फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। इस दौरान वज्रपात से राज्य में सात लोगों की मौत हो गई जबकि कई अन्य घायल हो गए। मरने वालों में मुंगेर के तीन, जमुई के दो और बांका व समस्तीपुर के एक व्यक्ति शामिल हैं।
आज भी इन इलाकों में हो सकती है बारिश
पटना मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तर-पश्चिम बिहार के पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सीवान और सारण, उत्तर-मध्य बिहार के सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, वैशाली, शिवहर और समस्तीपुर, उत्तर पूर्व बिहार के सुपौल, अररिया, मधेपुरा, किशनगंज और सहरसा और पूर्णिया, दक्षिण-पश्चिम बिहार के बक्सर, भोजपुर, रोहतास, भभुआ, औरंगाबाद, जहानाबाद और अरवल, दक्षिण-मध्य बिहार के पटना, गया, नालंदा, शेखपुरा, बेगूसराय, लखीसराय और नवादा के साथ-साथ दक्षिण-पूर्व बिहार के कटिहार, भागलपुर, बांका, मुंगेर, खगड़िया और जमुई के कई इलाकों में बुधवार को गरज के साथ बारिश होने की संभावना है।
इसके साथ ही एक या दो स्थानों पर गरज के साथ छींटे पड़ने और करीब 30 से 40 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से तेज हवा के चलने की भी संभावना है। मौसम विभाग का कहना है कि बारिश अचानक नहीं हुई है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम में बदलाव आया है।
मौसम में अचानक आये बदलाव ने किसानों को चिंता में डाल दिया है। भारी बारिश के कारण तेलहनी, दलहनी फसलों के साथ-साथ आम के उत्पादन पर भी असर देखने को मिलेगा।