Weather In Bihar: बिहार में वज्रपात से अब तक सात की मौत, ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान
बिहार के कई जिलों में मंगलवार की सुबह तेज आंधी के साथ बारिश के साथ ओले पड़े जिससे रबी फसलों को नुकसान पहुंचा है। वहीं वज्रपात से अब तक सात लोगों की मौत हो गई है।
पटना, जेएनएन। बिहार में एक बार फिर से मौसम ने करवट बदली है। मंगलवार की सुबह में कई इलाकों में गरज के साथ बारिश हुई, जिससे दलहनी फसलों को नुकसान होने की आशंका जताई गई है। कई जिलों में ओले गिरे, तो वहीं वज्रपात से बिहार में अब तक सात लोगों की मौत हो गयी है। इसमें सर्वाधिक मुंगेर के हवेली खड़गपुर में तीन की मौत हो गई है। राजधानी पटना सहित जहानाबाद, वैशाली, गोपालगंज, बक्सर, सिवान, पश्चिमी चंपारण, जमुई, मुंगेर, भागलपुर सहित कई जिलों में अहले सुबह से हो रही बारिश से तापमान में गिरावट आ गई है और लोगों को फिर से ठंड महसूस हो रही है।
ठनका गिरने से सात लोगों की मौत
मुंगेर जिले के हवेली खड़गपुर स्थित गंगटा थाना क्षेत्र के विहवे गांव में वज्रपात की चपेट में आने से तीन लोगों की मौत हो गई। घटना उस समय घटी, जब पशुपालक खेतों में मवेशी चरा रहे थे। अचानक वज्रपात की चपेट में आने से तीन पशुपालक की मौत हो गई। वहीं, कई मवेशी की भी मौत हो गई। मृतक में आठ साल की शोभा कुमारी, 55 साल की सीता देवी तथा 15 साल की सत्य ज्योति कुमारी शामिल हैं। वहीं, जख्मी में संजू कुमारी, निर्मला कुमारी को भागलपुर रेफर किया गया है। इसी तरह, गंगटा से सटे जमुई जिले में भी दो युवकों की मौत हो गई है। घटना चकाई थाना के कोठा गांव में हुई है। इसमें एक युवक घायल भी हुआ है।
उधर, गोपालगंज जिले में बारिश के बीच थावे थाना क्षेत्र के इमिलिया गांव के चंवर में स्थित ईंट-भट्ठे पर ठनका गिरने से दो मजदूरों की मौत हो गई। बताया जाता है कि मोतिहारी जिले के संग्रामपुर गांव निवासी हरि शंकर महतो तथा इनके पुत्र राजन कुमार इमिलिया ईंट-भट्ठे पर काम करते थे। ये लोग ईंट-भट्ठे पर बने एक टीन शेड में खाना बना रहे थे। तभी शेड पर आकाशीय बिजली गिर गई, जिसकी चपेट में आने से दोनों बाप-बेटे की मौत हो गई।
मोतिहारी में बारिश व ओलावृष्टि से भारी क्षति
मोतिहारी में मौसम ने मंगलवार की सुबह अचानक करवट बदल ली। इस दौरान जमकर बारिश और ओलावृष्टि हुई। इस कारण आम जनजीवन प्रभावित हो गया। शादी-विवाह के मौसम में बारिश और ओलावृष्टि से मांगलिक कार्यों की तैयारी में जुटे लोग परेशान हो गए। वहीं फसलों की भी व्यापक क्षति हुई है।
मंगलवार की सुबह 6:00 बजे से अचानक तेज गरज के साथ बारिश शुरू हो गई। जिले के पूर्वोत्तर इलाके में बारिश के साथ जबरदस्त ओलावृष्टि भी हुई। फेनहारा, मधुबन, पताही, ढाका, कुंडवाचैनपुर, बनकटवा आदि इलाके में बारिश व ओलावृष्टि से अत्यधिक नुकसान हुआ है। ओला गिरने से गेंहू और दलहन फसलों को ज्यादा नुकसान हुआ है, जिससे किसानों के चेहरे पर मायूसी आ गई है। दूसरी ओर, आरा में मंगलवार की सुबह रात जैसा नजारा दिख रहा था। आकाश में घनघोर बादल छाए रहे और थोड़ी ही देर में बारिश शुरू हो गई। तापमान में गिरावट आने से लोग फिर से स्वेटर निकाल लिये हैं।
रविवार की रात में भी कई जिलों में हुई बारिश
रविवार की रात में भी कई जिलों में बारिश के साथ ओले भी पड़े और ठनका गिरने से फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। मौसम के इस बदलाव ने किसानों के माथे पर चिंता की लकीर खींच दी है। कटिहार जिले में आज सुबह तेज हवा के साथ बारिश और ओलावृष्टि हुई। पश्चिमी विक्षोभ की वजह से साइक्लोनिक सर्कुलेशन बन जाने से मौसम में यह बदलाव हुआ है।