पटना एयरपोर्ट टर्मिनल भवन जाने का बदल जाएगा रास्ता
जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पटना के विस्तारीकरण का काम शुरू हो चुका है।
पटना । जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पटना के विस्तारीकरण का काम शुरू हो चुका है। टर्मिनल भवन के विस्तार का काम शुरू होते ही एयरपोर्ट के चेक इन एरिया में प्रवेश करने का वर्तमान रास्ता बंद करना पड़ेगा। इसके लिए नया रास्ता बनाने की कवायद शुरू कर दी गई है। अब विमान से आने-जाने वाले यात्रियों को थोड़ा अधिक घूमकर जाना होगा। एयरपोर्ट के अंदर पीर अली पथ से प्रवेश करते ही वर्तमान बैरियर के पास से ही बायीं ओर बिहार हैंगर के रास्ते से होते हुए स्टैंड में खड़े विमान तक जाना होगा। बिहार हैंगर की ओर से रास्ता बनाए जाने के कारण यहां बनने वाले दो पार्किंग बे में से एक का ही निर्माण कार्य पूरा हो सकेगा। दूसरा पार्किंग बे तब बन पाएगा जब नया टर्मिनल भवन बनकर तैयार हो जाएगा। फिलहाल इसी रास्ते से विमान यात्री आ-जा सकेंगे।
एयरपोर्ट निदेशक राजेन्द्र सिंह लाहोरिया ने विशेष बातचीत में बताया कि नई इंट्री शुरू होने में कम से कम दो माह लग जाएंगे। यहां एक पार्किंग बे का निर्माण कार्य जोर-शोर से चल रहा है। दूसरे का निर्माण फिलहाल रोक दिया गया है। पार्किंग बे में खड़े विमान को पुश-बैक करने के लिए एक ट्रैक्टर को भी यहां खड़ा रखना होगा। बिहटा एयरपोर्ट के निर्माण के बारे में उन्होंने बताया कि 2021 तक पटना व बिहटा एयरपोर्ट का निर्माण कार्य लगभग साथ-साथ पूरा होगा। लाहोरिया ने कहा कि पटना से अंतरराष्ट्रीय उड़ान के लिए उत्तर की ओर साढ़े सात एकड़ अतिरिक्त जमीन की मांग की गई है। इसके मिल जाने से 135 मीटर रनवे की लंबाई बढ़ जाएगी। इससे बड़े विमान की लैंडिंग में परेशानी नहीं होगी।
विमानों की लोकल कनेक्टिविटी पर उन्होंने कहा कि अभी फिलहाल दरभंगा से दिल्ली व बेंगलुरु के लिए विमान सेवा शुरू किए जाने का प्रस्ताव है। अगले चरण में पूर्णिया से भी विमान सेवा शुरू किए जाने की संभावना है। दरभंगा एयरपोर्ट शुरू हो जाने के बाद पटना एयरपोर्ट का थोड़ा लोड कम हो सकता है। कोहरे के दौरान विमानों का डायवर्जन कोलकाता के बजाय गया किया जा सकता है। इसके लिए विमान कंपनियों से बात की जा रही है। ऑल वेदर लैंडिंग सुविधा देने के साथ ही लोकल एयरपोर्ट पर इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत करने पर तेजी से काम चल रहा है।