नेपाल में भारी बारिश से बिहार में बाढ़ का खतरा, कोसी व गंगा के जलस्तर में वृद्धि
नेपाल में हो रही भारी बारिश से बिहार की कोसी सहित अन्य नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी के कारण बाढ़ से बचाव के ऊपायों में तेजी आ गई है।
पटना [राज्य ब्यूरो]। नेपाल के धनकुïट्टा में हुई बारिश से कोसी के जलस्तर में बढ़ोतरी शुरू हो गयी है। वहीं पटना के हाथीदह व भागलपुर के कहलगांव में गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी दर्ज की गयी है। नदियों के बढ़ रहे जलस्तर को ध्यान में रख जल संसाधन विभाग ने अपने इंजीनियरों को तटबंधों की लगातार पेट्रोलिंग का निर्देश दिया है। जल संसाधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार सभी तटबंध सुरक्षित हैं।
नेपाल के धनकुïट्टा में बीते दिन 67.02 एमएम, ओखलडुंगा में 1.2 और टापलेगंज में 2.7 एमएम बारिश हुई। यह कोसी का जलग्रहण केंद्र है। इस वजह से सुपौल, सहरसा, दरभंगा, खगडिय़ा, मधेपुरा, पूर्णिया, भागलपुर व कटिहार जिला पर असर पड़ता है।
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दोपहर 12 बजे से 2 बजे के बीच कोसी के जलस्तर में बढ़ोतरी दर्ज की गयी है। वहीं पोखरा में 23.2 एमएम बारिश हुई है। यह गंडक नदी का जलग्रहण केंद्र है। इस वजह से पूर्वी एवं पश्चिमी चंपारण, वैशाली, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज व सारण जिला प्रभावित होते हैं। वैसे गंडक के जलस्तर के अभी बढऩे की सूचना नहीं है।
उत्तर बिहार में अधवारा समूह की नदी कमतौल में बढ़ रही है। इसके खतरे का स्तर 50.00 मीटर है। औसत जलस्तर 46.26 मीटर का रहा है। अभी इसका जलस्तर 47.3 मीटर रिकार्ड किया गया है। कमला बलान नदी मधुबनी के झंझारपुर में बढ़ रही है। इस नदी के खतरे का स्तर झंझारपुर रेल पुल के समीप 50.00 मीटर है और जलस्तर रविवार को 49.50 मीटर रिकार्ड किया गया।
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पटना, मुंगेर और भागलपुर के कहलगांव में गंगा नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी दर्ज हो रही है। पटना के हाथीदह में गंगा के खतरे का जलस्तर 41.76 मीटर होता है। वर्तमान में जलस्तर 34.11 मीटर है और इसके बढऩे के ट्रेंड हैं। वहीं मुंगेर में खतरे का स्तर 39.33 मीटर और यहां का जलस्तर 34.11 मीटर रिकार्ड किया गया है। भागलपुर के कहलगांव में खतरे का स्तर 31.09 मीटर है और जलस्तर 24.82 मीटर रिकार्ड किया गया है। मुंगेर और कहलगांव में भी जलस्तर बढऩे के ट्रेंड हैं।