समर स्पेशल टूर पैकेज: 400 रुपये में कीजिए ककोलत-पावापुरी की सैर
बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम ने समर स्पेशल टूर पैकेज शुरू करने की घोषणा की है। इसके तहत नालंदा-राजगीर-पावापुरी के लिए 700 और ककोलत-पावापुरी की सैर के लिए 400 देने होंगे।
पटना [जेएनएन]। बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम ने सात अप्रैल से समर स्पेशल टूर पैकेज शुरू करने की घोषणा की है। एक अप्रैल से इसके लिए बुकिंग शुरू हो जाएगी। 400 रुपये में वातानुकूलित बस से पावापुरी-ककोलत तथा 700 रुपये में पटना-नालंदा-राजगीर-पावापुरी-पटना की सैर कराई जाएगी। प्रत्येक शनिवार और रविवार को पर्यटक बस खुलेगी। इसके अलावा 15 से अधिक पर्यटक होने पर किसी भी दिन यह सेवा उपलब्ध रहेगी। पर्यटकों को निगम की ओर से गाइड, न्यूजपेपर और मिनरल वाटर की सुविधा दी जाएगी।
ककोलत में है ठंडा जलप्रपात
ककोलत में ठंडा जलप्रपात है, जो गर्मियों में बेहतरीन पर्यटन केंद्र है। ककोलत जाने वाले पर्यटकों को पावापुरी का भ्रमण भी कराया जाएगा। यहां जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर के महापरिनिर्वाण स्थल जल मंदिर का भ्रमण कराएगा। यही नहीं इस टूर पैकेज में ककोलत जाने के रास्ते में पडऩे वाला गुणिमा जी हजरत सैयद साह जलाउद्दीन बुखारी का मजार हनुमान मंदिर एवं पंचमुखी महादेव मंदिर का भ्रमण भी शामिल है।
एक दिन में तीन पर्यटन केंद्र
पटना-नालंदा-राजगीर-पावापुरी-पटना टूर पैकेज के तहत तीनों पर्यटन स्थल का भ्रमण भी पर्यटन निगम कराएगा। इस टूर पैकेज में राजगीर के रोपवे के साथ नालंदा विश्वविद्यालय के खंडहर में प्रवेश का टिकट भी दिया जाएगा। इसके साथ नाश्ता और भोजन भी कराया जाएगा। प्रति पर्यटक इसके लिए 700 रुपये देने होंगे। होटल कौटिल्य विहार से पर्यटक बस सुबह सात बजे खुलेगी और रात आठ बजे तक वापस आ जाएगी।
15 सीटर ट्रैवलर भी उपलब्ध
टूर पैकेज में 15 सीटर ट्रेवलर भी है। इससे ककोलत या राजगीर, पावापुरी, नालंदा टूर पैकेज के लिए 590 रुपये देने होंगे। सात सीटर कारवां भी उपलब्ध रहेगा। इससे ककोलत घूमने के लिए 9975 रुपये तथा राजगीर-नालंदा-पावापुरी के लिए 10474 रुपये लगेंगे।
ऑनलाइन बुकिंग नहीं हो सकी शुरू
बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम ऑनलाइन टूर पैकेज की बुकिंग शुरू नहीं कर सका है। पर्यटकों को होटल कौटिल्य में आकर ही बुकिंग करानी पड़ेगी। बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम की एमडी इनायत खान ने ऑनलाइन बुकिंग प्रारंभ करने की घोषणा की थी मगर यह नहीं हो पाया। पर्यटन अधिकारी कहते हैं कि तकनीकी दिक्कत के कारण सुविधा शुरू नहीं हो सकी। गड़बड़ी दूर करने का प्रयास किया जा रहा है।