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वायरल बुखार से बिहार के बच्‍चों को मिली राहत, पटना के अस्‍पतालों में खाली होने लगे हैं बेड

Viral Fever Out Break in Bihar बिहार में वायरल बुखार का कहर अब थमने लगा है। पटना के बड़े अस्‍पतालों में अब वायरल बुखार से पीड़‍ित बच्‍चों का आना कम हो गया है। मंगलवार को सिर्फ पीएमसीएच की इमरजेंसी में एक वायरल पीड़‍ित बच्चे को भर्ती कराया गया।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Published: Wed, 22 Sep 2021 11:17 AM (IST)Updated: Wed, 22 Sep 2021 11:17 AM (IST)
वायरल बुखार से बिहार के बच्‍चों को मिली राहत, पटना के अस्‍पतालों में खाली होने लगे हैं बेड
बिहार में घटने लगे हैं वायरल बुखार के मामले। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पटना, जागरण टीम। Viral Fever Cases in Bihar: बिहार में वायरल बुखार का कहर अब थमने लगा है। पटना के बड़े अस्‍पतालों में अब वायरल बुखार से पीड़‍ित बच्‍चों का आना कम हो गया है। मंगलवार को सिर्फ पीएमसीएच की इमरजेंसी में एक वायरल पीड़‍ित बच्चे को भर्ती कराया गया। एम्स, आइजीआइएमएस और एनएमसीएच में कोई नया वायरल पीडि़त भर्ती नहीं किया गया है। वहीं एनएमसीएच से एक और पीएमसीएच से तीन बच्चे स्वस्थ होकर घर गए हैं। एनएमसीएच के अधीक्षक डा. विनोद कुमार सिंह ने बताया कि वायरल संक्रमण के मामलों में अब कमी आनी शुरू हो गई है। आपको बता दें कि अचानक बड़ी संख्‍या में बच्‍चों के बीमार पड़ने के बाद लोग कोरोनावायरस की तीसरी लहर को लेकर सशंकित हो गए थे। हालांकि जांच में इस तरह के किसी खतरे की बात सामने नहीं आई है।

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एनएमसीएच में अभी 22 बच्‍चों का चल रहा इलाज

एनएमसीएच में मंगलवार शाम तक 22 बच्चों का इलाज चल रहा था। कुल 42 बच्चे स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। विगत कई दिनों बाद मंगलवार को एनएमसीएच में किसी बच्चे की वायरल बुखार से मौत नहीं हुई है। पीएमसीएच की ओपीडी में 147 बच्चे इलाज कराने पहुंचे। इनमें से 15 मौसमी बुखार के रोगी थे। इनमें से एक बच्चे में वायरल निमोनिया के लक्षण दिखने पर उसे इमरजेंसी में भर्ती किया गया है। निकू या पिकू में किसी बच्चे को भर्ती नहीं किया गया है।

  • वायरल बुखार का कहर थमा, 24 घंटे में एक बच्चा भर्ती
  • एनएमसीएच से स्वस्थ होकर एक बच्चा गया घर, 22 का चल रहा इलाज
  • चार बड़े सरकारी अस्पतालों में से सिर्फ पीएमसीएच में एक बच्चा हुआ भर्ती

आइजीआइएमएस में आए 50 बच्‍चे

आइजीआइएमएस की ओपीडी में 50 बच्चे पहुंचे लेकिन उनमें कोई गंभीर नहीं था। ऐसे में सभी को दवाएं देकर घर भेज दिया गया। एम्स की ओपीडी में 10 बच्चे वायरल संक्रमित पहुंचे लेकिन गंभीर लक्षण नहीं होने के कारण किसी को भर्ती नहीं करना पड़ा।


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