Vijay Sinha : विजय सिन्हा का नीतीश पर हमला, बोले- समाधान यात्रा में राजा की तरह व्यवहार कर रहे मुख्यमंत्री
विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता विजय सिन्हा ने गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर एकबार फिर हमला बोला। उन्होंने समाधान यात्रा पर भी कटाक्ष किया। सिन्हा ने सवाल करते हुए कहा सीएम चंपारण की धरती पर पांव रखते ही जंगल सफारी कर किस समस्या का समाधान करना चाहते हैं।
राज्य ब्यूरो, पटना। विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता विजय सिन्हा ने गुरुवार को मुख्यमंत्री की समाधान यात्रा पर कटाक्ष कर पूछा है कि चंपारण की धरती पर पांव रखते ही जंगल सफारी कर किस समस्या का समाधान करना चाहते हैं। मुख्यमंत्री समाधान यात्रा में राजा की तरह हाव-भाव और व्यवहार कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि वर्षों से वहां कन्वेंशन सेंटर निर्माण अधूरा है। दरुआबारी गांव में प्रभारी मंत्री ललित यादव मुख्यमंत्री के अगवानी के लिए खडे़ थे। परंतु मुख्यमंत्री ने उपेक्षा कर न तो कोई विमर्श किया न ही उनसे कोई फीडबैक लिया। वहां भी वे जदयू कोटे के दो मंत्री से विमर्श करते नजर आए।
सिन्हा ने यह भी कहा कि जल जीवन हरियाली एवं हर घर नल योजना में व्याप्त भ्रष्टाचार के कारण 80 से 85 प्रतिशत लोकधन का अपव्यय हुआ है। लेकिन मुख्यमंत्री के पास इन योजनाओं में व्याप्त 35 प्रतिशत कमीशन मांगे जाने के वायरल वीडियो की सत्यता जानने के लिए समय नहीं है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के हाव-भाव और व्यवहार से साबित हो रहा है कि राजा को अपनी प्रजा के दुखों से कोई मतलब नहीं है। इस यात्रा का उद्देश्य जनता की गाढ़ी कमाई को लुटाना, न्याय के साथ विकास को नकारना एवं राज्य में व्याप्त प्रशासनिक अराजकता, बिगड़ती कानून व्यवस्था, भ्रष्टाचार, अपराध एवं दुष्कर्म की घटनाओं से मुंह छिपाना है।
लालू-नीतीश का 'ठगबंधन' अब 'लठबंधन' में बदलने वाला है: विजय सिन्हा
विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय सिन्हा ने बुधवार को भी जदयू और राजद के बीच हुए गठबंधन को लेकर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि जिस तरह राजद और जदयू के नेता एक-दूसरे को अपमानित कर रहे हैं उससे तय है कि यह 'ठगबंधन' अब 'लठबंधन' में बदलने वाला है। उन्होंने यह भी दावा किया था कि प्रदेश की नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार 2023 पार नहीं कर पाएगी।
उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की गुरुवार से शुरू हो रही समाधान यात्रा को व्यवधान यात्रा बताया था। उन्होंने सवाल करते हुए कहा था कि वे (नीतीश) किसका समाधान करेंगे? कहा कि जब वे स्थानीय जन प्रतिनिधि, विधायकों, सांसदों और लोगों से मिलेंगे ही नहीं तो क्या उसी पुरानी चौकड़ी से मिलकर समाधान करेंगे? उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की यह विदाई यात्रा होगी।