शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए होगी बहाली : कुलपति
अनुग्रह नारायण सिंह कालेज बाढ़ में बुधवार को पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के कुलपति राकेश कुमार सिंह के लिए अभिनंदन समारोह आयोजित किया गया। कुलपति बनने के बाद उन्होंने पहली बार बाढ़ के अनुग्रह नारायण सिंह कालेज का दौरा किया था। कालेज के मुख्य पथ पर रेड कार्पेट के दोनों ओर एनसीसी कैडेट कोर के जवानों द्वारा सलामी के बीच उन्हें सभागार में ले जाया गया।
पटना। अनुग्रह नारायण सिंह कालेज, बाढ़ में बुधवार को पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के कुलपति राकेश कुमार सिंह के लिए अभिनंदन समारोह आयोजित किया गया। कुलपति बनने के बाद उन्होंने पहली बार बाढ़ के अनुग्रह नारायण सिंह कालेज का दौरा किया था। कालेज के मुख्य पथ पर रेड कार्पेट के दोनों ओर एनसीसी कैडेट कोर के जवानों द्वारा सलामी के बीच उन्हें सभागार में ले जाया गया। वहां प्राचार्य ध्रुव कुमार ने बुके तथा स्मृति चिन्ह देकर उन्हें सम्मानित किया। उसके बाद उन्होंने अनुग्रह बाबू की मूर्ति पर माल्यार्पण किया तथा पौधारोपण भी किया। उसके बाद कुलपति कालेज के प्रेक्षागृह में अभिनंदन समारोह कार्यक्रम में पहुंचे, जहां कालेज की छात्राओं द्वारा स्वागत गान गाकर उनका भव्य स्वागत किया गया तथा पुष्प की वर्षा की गई।
कुलपति ने महाविद्यालय के विभाग एवं कार्यालय का निरीक्षण किया। इसके साथ ही शिक्षक एवं कर्मचारियों से सीधा संवाद भी किया। इसी क्रम में अमृत महोत्सव वर्ष को लक्षित कर महाविद्यालय द्वारा प्रकाशित विभूति नाम स्मारिका के चतुर्थ संस्करण का विमोचन कुलपति के कर कमलों द्वारा करवाया गया। विभिन्न खेल एवं स्पर्धा में भाग लेने वाले छात्र-छात्राओं को एवं एनसीसी के विद्यार्थियों को स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र दिया गया।
प्रधानाचार्य द्वारा महाविद्यालय के विभिन्न समस्याओं का ज्ञापन कुलपति को दिया गया। कुलपति ने उसे गंभीरता पूर्वक विचार करने की सहमति प्रदान की। कुलपति अपने संबोधन में कालेज की व्यवस्था और अनुशासन से काफी संतुष्ट नजर आए। उन्होंने महाविद्यालय को बुलंदी पर ले जाने के लिए अपनी ओर से हरसंभव सहयोग देने की बात कही। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की कमी को ध्यान में रखकर दो महीने के भीतर अतिथि शिक्षकों की बहाली कराई जाएगी और कालेज में शिक्षकों की कमी को पूरा किया जाएगा।
कार्यक्रम का संचालन प्रो. साधु शरण सिंह सुमन में द्वारा किया गया। इस अवसर पर सैकड़ों की संख्या में शिक्षाविद एवं विद्यार्थी मौजूद थे। छात्र नेताओं में केशव, दीपक, मुकेश आदि मौजूद रहे।