फास्टैग से नॉन स्टॉप पार करेंगीं गाडिय़ां, Paytm से कर सकते हैं टोल का भुगतान-मिलेगा कैशबैक Patna News
पटना-बख्तियारपुर टोल प्लाजा में फास्टैग स्कैनर लगा है। ये चिप के माध्यम से वाहनों की जानकारी हासिल कर लेता है इससे जाम की समस्या से निजात मिल गई है।
अहमद रजा हाशमी, पटना। राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 30 के बाइपास स्थित पटना-बख्तियारपुर टोल प्लाजा पर आने-जाने वाले सभी बारह लेन पर फास्टैग स्कैनर लगा है। इससे टोल प्लाजा पर जाम नहीं लगेगा और गाडिय़ां नॉन स्टॉप वहां से पार करेंगी। टोल प्लाजा से गुजरने वाले निजी एवं वाणिज्यिक वाहनों के लिए फास्टैग कार्ड बनवाने की अनिवार्यता अवधि 15 जनवरी तक बढ़ गई है। इसके लिए कोई शुल्क नहीं लिया जा रहा है। फिलहाल इनमें से छह लेन पर फास्टैग और छह लेन पर नकद टैक्स वसूली की व्यवस्था चल रही है। तारीख बढऩे से वाहन मालिकों में फास्टैग बनवाने की आपाधापी कम हो गई है।
प्रबंधक संजीव कुमार ने बताया कि 25 से 30 प्रतिशत वाहन मालिकों ने ही फास्टैग बनवाया है। इनमें अधिकांश निजी चार पहिया वाहन हैं। 15 जनवरी तक टोल प्लाजा पार करने वाले सभी वाहनों के लिए फास्टैग बनाने की अंतिम तिथि तय की गई है। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के नियमानुसार वाहन में फास्टैग लगवाने से टोल प्लाजा पर जाम की समस्या, प्रदूषण, ईंधन और समय की बर्बादी नहीं होगी। इस नई योजना के क्रियान्वयन के लिए नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारी व कर्मी सक्रिय दिखे।
बीस हजार गाड़ियां गुजरती हैं हर दिन
पटना-बख्तियारपुर टोलवे प्राइवेट लिमिटेड के महाप्रबंधक बी एन चौधरी ने बताया कि इस टोल प्लाजा से हर दिन लगभग बीस हजार गाडिय़ां गुजरती हैं। उन्होंने बताया कि फास्टैग वाले वाहन के टोल प्लाजा पर पहुंचते ही सामने लगा स्कैनर चिप को स्कैन कर लेता है और बैरियर स्वयं हट जाता है। महज बीस सेकेंड में वाहन वहां से निकल जाता है। सरकार द्वारा तय तारीख के बाद बिना फास्टैग वाले वाहनों को टोल प्लाजा पार करने में परेशानी हो सकती है। नकद टोल टैक्स अदा करने पर दोगुना जुर्माना तक देना पड़ सकता है।
पेटीएम व अन्य एप के माध्यम से कर सकते हैं भुगतान
पटना-बख्तियारपुर टोल प्लाजा पर फास्टैग बनाने के लिए दो काउंटर खुले हैं। आवश्यक कागजात देने के कुछ देर बाद ही फास्टैग की चिप उन्हें दे दी जाती है। काउंटर संचालक ने बताया कि पेटीएम से संचालित होने वाले इस सिस्टम के लिए शुरू में 150 रुपये भुगतान करने होंगे। यह रुपया कैशबैक के तहत वापस आपके पेटीएम खाते में आ जाएगा। बैंक से जुड़े पेटीएम में फास्टैग से टोल टैक्स देने के लिए रुपये रखने होंगे। कई मोबाइल कंपनी और निजी बैंकों द्वारा भी फास्टैग चिप उपलब्ध कराया जा रहा है।
फास्टैग है क्या?
फास्टैग एक छोटा-सा इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है। यह क्रेडिट या डेबिट कार्ड जैसा है। इसे कार के आगे वाले शीशे पर अंदर से लगाया जाता है। इसमें एक चिप लगी होती है। इसमें आपके वाहन से संबंधित सारी जानकारियां होती हैं। जैसे ही आप टोल प्लाजा के समीप पहुंचेंगे वहां लगा स्कैनर चिप को रीड कर लेगा। वाहन संबंधित सारी सूचना दर्ज हो जाएगी।
मासिक पास को फास्टैग में बदलवाएं
प्रबंधक संजीव कुमार ने बताया कि टोल प्लाजा के बीच किलोमीटर के दायरे में रहने वाले वाहन चालक 265 रुपये वाले मासिक पास को ही फास्टैग में बदलवा लें। इसके लिए केवल अपना पहचान पत्र देना होगा।
फास्टैग एक्टिव करने का तरीका
स्मार्टफोन से गूगल प्ले स्टोर में जाकर माई फास्टैग ऐप डाउनलोड कर सकते हैं। आप फास्टैग मोबाइल ऐप में वाहन के विवरण दर्ज करके इसे खुद से ही एक्टिवेट कर सकते हैं। टोल प्लाजा पर खुले काउंटर या कुछ निर्धारित बैंक की शाखा में जाकर भी फास्टैग ले सकते हैं।
एक्टिवेट करने के लिए चाहिए ये जरूरी दस्तावेज
निजी वाहनों के लिए केवल गाड़ी का ओनर कार्ड, मोबाइल में पेटीएम ऐप डाउनलोड होना चाहिए। व्यावसायिक वाहन के लिए ओनर बुक, पता सत्यापन का प्रमाण-पत्र, आइडी प्रूफ, पेटीएम मोबाइल नंबर, ईमेल आइडी, गाड़ी का फोटो सामने से नंबर प्लेट के साथ, साइड से सभी पहियों के साथ नंबर प्लेट दिखाते हुए। एक्टिवेशन के समय, बैंक की केवाईसी पॉलिसी के अनुसार केवाईसी (नो योर कस्टमर) दस्तावेज जमा करने की आवश्यकता होगी।