पटना पुलिस को मिली कामयाबी, गैंग के साथ पकड़ा गया है फुटेज में दिखा वाहन चोर
एक जज के पेशेकार का बाइक चोरी होने के बाद पटना पुलिस ने गिरोह को पकड़ने के लिए दिन रात एक कर दिए थे। आखिरकार पटना पुलिस को कामयाबी मिल ही गई।
पटना [जेएनएन]। राजधानी पटना में पुलिस के नाक में दम करने वाला बाइक चोर आखिर पकड़ा गया। गौर हो कि एक न्यायाधीश के पेशकार की बाइक चोरी होने के बाद पटना पुलिस बाइक चोर गिरोह को पकड़ने के लिए दिन रात एक कर दी थी। आखिरकार पटना पुलिस को गिरोह को पकड़ने में कामयाबी मिल ही गई। वैसे जिले से सालभर में लगभग 20 हजार बाइक चोरी होती है, लेकिन 95 फीसद मामलों में पुलिस को चोरों का सुराग तक नहीं मिलता और फाइल बद कर दी जाती है।
दो जून को पटना पुलिस ने बाइक चोरी करने वाले दो शातिर चोरों की सीसीटीवी फुटेज को जारी किया था। सीसीटीवी फुटेज में दिखने वाले दोनों शातिर अपने गैंग के साथ पकड़े गए हैं। बाइक चोरी करने वाले कुल सात अपराधियों को पटना पुलिस की टीम ने रूपसपुर में नहर के पास वाले इलाके से पकड़ा है। ये सभी किसी बड़े आपराधिक वारदात को अंजाम देने के लिए हथियार से लैश होकर जूट थे। सीसीटीवी में दिख रहे अपराधियों का नाम नीरज और गोलू है। जबकि इनके साथ पकड़े गए बदमाशों का नाम विपीन, बैजू, काली चरण, प्रिंस राज और मो. दानिश है। सभी सारण जिले के सोनपुर के निवासी हैं। उनकी निशानदेही पर दो देसी पिस्टल, तीन कारतूस, आठ मोबाइल और दो बाइक बरामद हुई हैं। एसएसपी मनु महाराज ने माना है कि बाइक चोरी के मामलों में पुलिस को अप्रत्याशित सफलता नहीं मिल पाती है। लेकिन, चोरी की घटनाओं पर लगाम लगाने की कोशिश जारी है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे अपने घर, ऑफिस, दुकान आदि के बाहर सीसी कैमरे जरूर लगाएं। साथ ही बाइक के पहियों को लॉक करें।
रुपसपुर के रास्ते भागे थे सोनपुर
पाटलिपुत्र थानाध्यक्ष टीएन तिवारी ने आरोपितों के चेहरे पहचानने के बाद सभी दिशाओं के सीसी कैमरे की फुटेज को बारीकी से देखा। पता चला कि वे रुपसपुर थाना क्षेत्र के कुसुमपुर कॉलोनी होते हुए सारण जिले के सोनपुर चले गए थे। टीम में रुपसपुर थानाध्यक्ष दीपक कुमार को भी शामिल किया गया। पटना पुलिस ने सोनपुर पुलिस को गोलू और नीरज की तस्वीर दिखाई तो मालूम हुआ कि वे लूटकाड में जेल जा चुके हैं। इसके बाद पुलिस ने उनके ठिकानों पर दबिश दी और दबोच लिया। उनकी निशानदेही पर गिरोह के अन्य पाच बदमाश पकड़े गए।
31 मई को चोरी हुई थी सजय की बाइक
पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र में पीएंडएम मॉल के पास से 31 मई को दिनदहाड़े एक न्यायाधीश के पेशकार सजय कुमार की बाइक चोरी हो गई। इस मामले में कोर्ट ने पटना पुलिस को फटकार लगाई, तब कप्तान ने सभी अनुमडल पुलिस पदाधिकारियों और थानों को बाइक चोरों की तलाश में लगा दिया। दो दिन तक घटनास्थल के आसपास लगे तमाम सीसी कैमरों की फुटेज खगाली गई। तभी एक कैमरे की फुटेज में गोलू और नीरज दिखे। उन्होंने 20 मिनट तक रेकी करने के बाद सजय की बाइक का लॉक तोड़ा और उड़ा ले गए। रेकी के दौरान गोलू मोबाइल से तेज आवाज में गर्लफ्रेंड से रोमाचक बातें कर रहा था, ताकि आसपास के लोगों को शक न हो।
बाइक कैरियर को मिलते थे पाच हजार रुपये
गोलू और नीरज ने कबूल किया कि वे बाइक चोरी करने के बाद सोनपुर पहुंचा देते हैं, जहा दियारा इलाके में उन वाहनों को बालू में गाड़ दिया जाता है। रात के वक्त दूसरे जिले से गैराज मालिक आते हैं, जो गाड़ियों को लेकर चले जाते हैं। बाइक कोई भी हो, उसे सोनपुर तक पहुंचाने के लिए कैरियर को पाच हजार रुपये मिलते हैं। गैराज मालिक गाड़ियों की री-मॉडलिग कर नकली कागजात बनाता है और फिर सुदूर इलाकों में मनमाफिक कीमत पर बेच देते हैं।