Move to Jagran APP

बिहार में उर्दू और संस्कृत डिग्रीधारी शिक्षक भी बन सकेंगे हेडमास्टर, जानिए

प्रदेश के मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालयों से आचार्य एवं फाजिल डिग्रीधारी को राजकीयकृत अथवा परियोजना माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों की स्नातकोत्तर डिग्रीधारी के समतुल्य माना जाएगा।

By Kajal KumariEdited By: Published: Thu, 07 Jun 2018 10:04 AM (IST)Updated: Thu, 07 Jun 2018 11:14 PM (IST)
बिहार में उर्दू और संस्कृत डिग्रीधारी शिक्षक भी बन सकेंगे हेडमास्टर, जानिए
बिहार में उर्दू और संस्कृत डिग्रीधारी शिक्षक भी बन सकेंगे हेडमास्टर, जानिए

पटना [राज्य ब्यूरो]। प्रदेश के मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालयों से कला संकाय के अधीन आचार्य एवं फाजिल के समकक्ष डिग्रीधारी भी अब प्रधानाध्यापक बन सकेंगे। शिक्षा विभाग ने सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर बिहार राजकीयकृत माध्यमिक विद्यालय (सेवा शर्त) नियमावली 1983 में संशोधन करते हुए नई नियमावली गठित कर दी है। जिसे राजकीयकृत माध्यमिक विद्यालय (सेवा शर्त) नियमावली 2018 के नाम से जाना जाएगा। 

loksabha election banner

संशोधित नियमावली में प्रावधान किए गए हैं कि प्रदेश के किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालयों से कला संकाय के अधीन आचार्य एवं फाजिल डिग्रीधारी को राजकीयकृत अथवा परियोजना माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों की स्नातकोत्तर डिग्रीधारी के समतुल्य माना जाएगा। जिस प्रकार राजकीयकृत अथवा परियोजना माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों को प्रोन्नति देकर प्रधानाध्यापक बनाया जाता है ठीक उसी प्रकार आचार्य एवं फाजिल डिग्रीधारियों को भी इन विद्यालयों का प्रधानाध्यापक बनाया जा सकेगा। 

शिक्षा विभाग ने अपने आदेश में स्पष्ट किया है कि आचार्य एवं फाजिल आर्हता प्राप्त शिक्षकों की राज्यस्तरीय वरीयता का निर्धारण इनके प्रशिक्षण की आर्हता प्राप्ति की तिथि से किया जाएगा। सरकार के इस फैसले के साथ ही बड़ी संख्या में वैसे शिक्षक जो अब तक आचार्य और फाजिल डिग्री रहने के बाद भी प्रधानाध्यापक नहीं बन पा रहे थे उनके लिए रास्ता साफ हो गया है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.