शवों की दुर्गति पर पीएमसीएच में हंगामा
कोरोना की आशंका में शवों का अस्पतालों में बुरा हाल हो रहा है। एनएमसीएच के बाद अब पीएमसीएच में हंगामा हो रहा है।
- कोरोना की आशंका में शवों का हो रहा हाल बुरा, भड़के स्वजन
- पीएमसीएच की शवगृह में छह बेड़, शनिवार को हो गए थे नौ शव
जागरण संवाददाता, पटना: कोरोना की आशंका में एनएमसीएच के बाद अब पीएमसीएच में भी शव खराब होने लगे हैं। पांच दिन पूर्व शवों की दुर्गति देख स्वजनों ने लगातार दो दिन तक कोरोना अस्पताल एनएमसीएच में हंगामा किया था। शनिवार को पीएमसीएच में हंगामा हुआ।
यहां एक साथ तीन मौतों के बाद शव न तो वार्ड से शवगृह भिजवाए गए और न ही कोरोना जांच रिपोर्ट मिलने के कारण स्वजनों को सौंपे गए। करीब 24 घंटे शव वार्ड में ही पड़े रहे। बदबू और शवों को पैक देख उनके स्वजन भड़क गए। दो बार हंगामा किया। इसके बाद शवों को वार्ड से हटाया गया। बेड कम, शव ज्यादा :
पीएमसीएच के शवगृह में केवल छह बेड हैं। चार दिन से कोरोना जांच रिपोर्ट के इंतजार में सभी भर चुके हैं। पीएमसीएच के अधिकारियों का कहना है कि इतनी जल्दी शवगृह में बेड नहीं बढ़ाया जा सकता। रिपोर्ट से पहले शव को डिस्पोज भी नहीं किया जा सकता। कोरोना पॉजिटिव मानकर तुरंत अंतिम संस्कार ही है समाधान
सिविल सर्जन डॉ. राजकिशोर चौधरी और पीएमसीएच के नोडल पदाधिकारी डॉ. पीएन झा ने बताया कि कोरोना जांच रिपोर्ट आने में कभी-कभी तीन दिन तक लग जाते हैं। यदि सरकार हर शव को संक्रमित मानकर नियमानुसार अंतिम संस्कार कराने का सरकार निर्देश दे, तो इस स्थिति से बचा जा सकता है। इससे स्वजनों को भी परेशानी नहीं होगी। अस्पताल में भी हंगामे की नौबत नहीं आएगी।