बिहार: उपेंद्र कुशवाहा को मिला तेजस्वी का साथ, लगने लगे राजनीतिक कयास
बिहार में भले ही राजग की सरकार हो, लेकिन गठबंधन का घटक दल रालोसपा अपने अपनी ही सरकार पर हमलावर रही है। कानून व्यवस्था के मुद्दे पर उसे तेजस्वी का भी साथ मिला है।
पटना [जेएनएन]। बिहार के वैशाली जिला अंतर्गत जदाहा में बीते दिनों प्रखंड प्रमुख व राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के नेता मनीष सहनी की उनके कार्यालय परिसर में ही हत्या कर दी गई थी। इसके बाद रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने अपने ही गठबंधन की राज्य की नीतीश सरकार में कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए थे।
अब कुशवाहा को इस मुद्दे पर राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद के बेटे व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का भी साथ मिला है। इसके राजनीतिक अर्थ निकाले जा रहे हैं। कुशवाहा को बीते कुछ समय से राजग, खासकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से नाराज बताया जा रहा है। हालांकि, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में आस्था जताते हुए राजग छोड़ने की किसी संभावना से इनकार किया है।
परिजनों से मिलकर दी सांत्वना, उठाए कानून व्यवस्था पर सवाल
शनिवार को तेजस्वी यादव ने जंदाहा जाकर मृतक मनीष साहनी के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी।
उन्होंने वहां जाने के पहले व बाद में बिहार में कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए। रालोसपा नेता की हत्या के बाद तेजस्वी के इस कदम के राजनीतिक अर्थ भी निकाले जा रहे हें। कहा जा रहा है कि तेजस्वी ने कानून व्यवस्था के मुद्दे के बहाने उपेंद्र कुशवाहा को साथ लाने की कोशिश की है।
पहले भी कुशवाहा को दे चुके साथ आने का आमंत्रण
विदित हो कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि तेजस्वी ने उपेंद्र कुशवाहा को साथ लाने की कोशिश की है। पहले भी राजद नेता रालोसपा के कार्यक्रम में शिरकत कर चुके हैं। यहां तक कि तेजस्वी सहित कई राजद नेता उपेंद्र कुशवाहा को साथ आने का आमंत्रण भी देते रहे हें।