फेसबुक लाइव हुए कुशवाहा ने कोरोना पर की चर्चा, बिहार में सभी रालोसपा नेता 25 अप्रैल को करेंगे उपवास
बिहार में रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा गुरुवार को फेसबुक लाइव हुए। उन्होंने कोरोना से लेकर स्थानीय समस्याओं पर चर्चा की। वहीं विभिन्न मांगों को लेकर पार्टी नेता उपवास करेंगे।
पटना, जेएनएन। बिहार में रालोसपा प्रमुख व पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा गुरुवार को फेसबुक लाइव हुए। उन्होंने कोरोना से लेकर स्थानीय समस्याओं पर चर्चा की। कोरोना संकट से उबरने के लिए लोगों से संयम से रहने की अपील की तथा कहा कि वे लॉकडाउन का पालन करें। इसके साथ ही नीतीश सरकार को भी घेरा तथा कई मांगें रखी। उन्होंने लॉकडाउन में कहीं-कहीं पुलिस की ओर से की जा रही बर्बरता की निंदा की। वहीं विभिन्न मांगों को लेकर पार्टी नेताओं के उपवास पर रहने की बात कही। 25 अप्रैल को बिहार में रालोसपा के तमाम नेता उपवास पर रहेंगे। इस बाबत रालोसपा के राष्ट्रीय महासचिव राहुल कुमार ने बताया कि मास्क लगाकर नेता दो घंटे का उपवास कार्यक्रम रखेंगे और इसमें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाएगा।
उपेंद्र कुशवाहा ने देश में वैश्विक महामारी कोविड 19 (कोरोना) से उत्पन्न सामाजिक आर्थिक समस्या पर विस्तार से पार्टी की राय फेसबुक लाइव के माध्यम से प्रदेश और देश के सामने रखी। उन्होंने बिहार में बड़े पैमाने पर कोरोना जांच करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में गरीबों के समक्ष रोजी-रोटी और उससे उत्पन्न भुखमरी की समस्या आ गयी है, इस पर नीतीश सरकार को ध्यान देने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि देश भर में रहने वाले गरीबों की स्थिति लगातार बिगड़ रही है। दूसरे राज्यों में बिहार के रहने वाले प्रवासियों को भोजन व आवास की प्रॉब्लम हो गई है। लेकिन बिहार सरकार चुप्पी साधे हुए है। उन्होंने कोटा समेत अन्य जगहों पर फंसे बिहार से बाहर पढ़ने गए छात्रों की दयनीय स्थिति पर भी रोष प्रकट किया। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन की आड़ में पुलिस अपनी बर्बरता की अपनी सीमा पार कर चुकी है। हाल के दिनों में निश्चित रूप से पुलिस ने राज्य में अपनी जान को जोखिम में डालकर सराहनीय काम किया है, लेकिन राज्य के कई स्थानों पर निरीह और निर्दोष लोगों पर ऐसी बर्बर कार्रवाई की है, जिसकी सभ्य समाज में कल्पना भी नहीं की जा सकती है।
उन्होंने कहा कि नावकोठी (बेगूसराय) एवं गोह (औरंगाबाद) में पुलिस के द्वारा की गयी कार्रवाई अत्यंत की शर्मनाक और निंदनीय है। पुलिस की वर्दी में किसी की हत्या करने की छूट किसी भी रूप में घोर अन्यायपूर्ण है। ऐसे मामलों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को स्वयं संज्ञान लेना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने उपवास के माध्यम से आंदोलन करने की बात कही।
उन्होंने फेसबुक लाइव में सात सूत्री मांगाें को रखा। कहा कि सभी जरूरतमंदों को बिना राशनकार्ड (आधार कार्ड या मतदान पहचान पत्र के आधार पर) देखे खाद्य सामग्री दी जाए। नावकोठी (बेगूसराय) व गोह (औरंगाबाद) में हुई कार्रवाई में आरोपी पुलिस पर कार्रवाई की जाए। राज्य के बाहर फंसे बिहारी मजदूरों, विद्यार्थियों एवं अन्य लोगों को बिहार वापस लाया जाए। असमय वर्षा, आंधी-तूफान, ओलावृष्टि और लॉकडाउन के कारण फसल कटाई में विलंब के चलते किसानों की हुई क्षति की भरपाई की जाए। बिहार के सभी किसानों के कृषि उत्पाद धान, गेहूं, दलहन, और तिलहन की सरकारी खरीद समर्थन मूल्य पर नगद खरीदने की व्यवस्था हाे। बिहार में मजदूरों-कामगारों को रोजगार उपलब्ध कराया जाए। बिहार में आंदोलनरत शिक्षकों की समस्याओं का समाधान तुरंत निकाला जाए। इन मांगों को लेकर रालोसपा के सभी नेता 25 अप्रैल को दो घंटे के लिए उपवास पर रहेंगे।
इस बाबत राष्ट्रीय महासचिव राहुल कुमार ने बताया कि उपरोक्त मांगों को लेकर 25 अप्रैल को पार्टी के प्राथमिक इकाई से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक के सभी पदाधिकारी एवं अन्य साथी उपवास पर रहेंगे। सभी पदाधिकारी एवं अन्य पार्टी नेता अपने-अपने घरों के बाहर दरवाजे पर सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए मास्क लगाकर उपवास पर बैठेंगे। यह कार्यक्रम सुबह 9.30 बजे से 11.30 बजे तक किया जाएगा।