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सांसद अफजल अंसारी ने दिलाया याद, जब बोले थे शहाबुद्दीन; मैं कैवल सांसों से हार सकता हूं

पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन की कोरोना से हुई मौत की खबर मिलने के बाद यूपी के गाजीपुर के सांसद अफजल अंसारी हुसैनगंज के प्रतापपुर स्थित पैतृक निवास पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि यह काफी दुखद समय है। कहा कि आपदा के इस समय में अवसर का लाभ उठाया गया है।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Tue, 04 May 2021 11:17 AM (IST)Updated: Tue, 04 May 2021 11:17 AM (IST)
सांसद अफजल अंसारी ने दिलाया याद, जब बोले थे शहाबुद्दीन; मैं कैवल सांसों से हार सकता हूं
राष्ट्रीय जनता दल के पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन। साभारः इंटरनेट मीडिया।

जासं, सिवान: पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन की कोरोना से हुई मौत की खबर मिलने के बाद यूपी के गाजीपुर के सांसद अफजल अंसारी हुसैनगंज के प्रतापपुर स्थित पैतृक निवास पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पूर्व सांसद के स्वजनों से मिलकर संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह काफी दुखद समय है। कहा कि आपदा के इस समय में अवसर का लाभ उठाया गया है। उन्होंने बताया कि मीडिया से बातची में मो. शहाबुद्दीन ने खुद ही कहा था कि जम्हूरियत के निजाम में मुझे हरा नहीं सकता कोई। मैं हारुंगा तो यह कहता हुआ जाऊंगा कि सांसों ने मुझे हरा दिया और वो सांसें भी उनकी गहरी साजिश की शिकार हो गईं। यह सुनते ही शहाबुद्दीन के स्वजन भावुक हो गए। 

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बेमिसाल इंसान थे शहाबुद्दीन

सांसद अफजल अंसारी ने कहा कि मो. शहाबुद्दीन के स्वजन, अजीज और उनको दिल से चाहने वाले लोगों के गम को बांटने आया हूं।  मो. शहाबुद्दीन एक बेमिसाल इंसान थे। वे लाखों लोगों के ऐसे हीरो थे, जिनको उनसे जलने वाले लोगों ने उनकी तस्वीर व उनके किरदार को गलत तरीके से समाज के सामने प्रस्तुत किया। जो समाज में दबंगई करते हैं, जो समाज के गरीब तबके के लोगों को सताते हैं, कमजोरों को लूटते हैं, वैसे लोगों को उनसे नफरत थी। क्योंकि वे गरीबों के मददगार थे। बताया कि मौके पर पूर्व सांसद के भाई समेत अन्य स्थानीय लोग मौजूद थे।

तिहाड़ जेल प्रशासन का दोहरा व्यवहार क्योंः विधायक

जिले के राजद नेताओं ने पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन की मौत पर तिहाड़ जेल प्रशासन और दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल प्रबंधन की भूमिका पर सवाल उठाया है। पूर्व मंत्री सह सदर विधायक अवध बिहारी चौधरी ने षड्यंत्र की शंका जाहिर करते हुए कहा है कि उन्हें मारने की नीयत से एम्स जैसे बड़े अस्पताल में इलाज नहीं करवाकर दिल्ली नगर निगम द्वारा संचालित एमसीडी के अस्पताल में भर्ती कराया गया। जबकि एक बड़े अपराधी को देश के सबसे बड़े अस्पताल में इलाज की सुविधा दी गई। उन्होंने प्रश्न करते हुए कहा कि आखिर क्यों तिहाड़ जेल प्रशासन द्वारा ऐसा दोहरा व्यवहार किया गया। कहा कि हमलोगों को पूर्ण रूप से इस बात का विश्वास है कि इसमें उच्च स्तरीय साजिश की गई है। जिलाध्यक्ष परमात्मा राम ने कहा कि राजद के राष्ट्रीय व प्रदेश के बड़े नेताओं को व्यक्तिगत रुचि लेकर इस घटना की उच्च स्तरीय जांच कराने का दबाव बनाना चाहिए। 


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