छात्रों के लिए काम की खबर: अब सिलेबस में 20% तक संशोधन कर सकेंगे विश्वविद्यालय
बिहार में छात्रों के लिए यह काम की खबर है। अब विश्वविद्यालय अपने सिलेबस में 20 फीसद तक संशोधन कर सकेंगे। पूरी जानकारी के लिए पढ़ें यह खबर।
पटना [राज्य ब्यूरो]। बिहार के विश्वविद्यालय इस वर्ष से स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में प्रभावी होने वाले च्वायस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) के पाठ्यक्रम में 20 फीसद तक संशोधन कर सकेंगे। राजभवन में विशेषज्ञ समिति ने बैठक में इसे मंजूरी दे दी है। सीबीसीएस के लिए गठित विशेषज्ञ कमेटी मॉडल पाठ्यक्रम को अंतिम रूप देने के लिए राजभवन में बैठक 12 से 14 जून तक चली।
सीबीसीएस के लिए आठ विश्वविद्यालयों द्वारा 34 विषय तैयार किए गए हैं। इन विषयों पर अंतिम फैसला लेने के लिए एक सौ चार सदस्यीय विशेषज्ञ समिति गठित की गई। विशेषज्ञ समितियों में से तीन से पांच सदस्यों को पाठ्यक्रम मॉडिफाइड करने के लिए रखा गया। मॉडिफिकेशन के बाद यूजीसी के मॉडल पाठ्यक्रम के पैटर्न पर तैयार इन पाठयक्रमों को विश्वविद्यालयों को भेजा जाएगा। विश्वविद्यालयों को यह अधिकार होगा वे इनमें अधिकतम 20 फीसद संशोधन कर सकें और इसके बाद संबंधित पाठ्यक्रम विवि के स्नातकोत्तर पढ़ाई में प्रभावी हो जाएंगे।
यहां बता दें कि पहले चरण में स्नातकोत्तर इसके बाद स्नातक विषयों में च्वायस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम लागू किया जाना है। बैठक में विशेषज्ञ समिति के सदस्यों के साथ ही अपर सचिव विजय कुमार, विशेष कार्य पदाधिकारी संजीव कुमार सहित दूसरे पदाधिकारी मौजूद रहे।