गिरिराज के विवादित बोल, ज्यादा बच्चे पैदा करें हिंदू...
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने फिर कहा है कि हिंदुओं की जनसंख्या लगातार घट रही है और जनसंख्या बढ़ाने के लिए कोई भी कानून रोक नहीं सकता।
पटना [वेब डेस्क]। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने रविवार को कहा कि जब हम अपने धर्म की रक्षा करेंगे तो धर्म हमारी रक्षा करेगा और हिन्दुओं को देश में अपनी जनसंख्या को बढ़ाने के बारे में सोचना चाहिए। गिरिराज ने कहा कि सके पहले आरएसएस प्रमुख ने भी अगस्त में हिंदुओं को ज्यादा बच्चे पैदा करने की सलाह देते हुए कहा था कि कोई भी कानून हिंदुओं को ज्यादा बच्चा पैदा करने से नहीं रोकता।
हिंदुओं को जनसंख्या बढ़ाने की जरूरत
रविवार को देवबंद क्षेत्र में हिन्दू जनसंसद को सम्बोधित करते हुए कहा, ‘देश की जनता आज राम मंदिर की मांग करती है, लेकिन जब देश में रामभक्त ही नहीं होंगे तो राम मंदिर कैसे बनेगा?’ उन्होंने कहा, ‘देश के आठ राज्यों में हिन्दुओं की जनसंख्या निरन्तर घटती जा रही है. हिन्दुओं को अपनी जनसंख्या को बढ़ाने की जरूरत है।’
उन्होंने कहा कि 1947 में जब देश का बंटवारा हुआ तो पाकिस्तान में 22 प्रतिशत हिन्दू थे जो आज घटकर वहां मात्र एक प्रतिशत रह गये हैं। वहीं भारत में 90 प्रतिशत हिन्दू और 10 प्रतिशत मुस्लिम थे, लेकिन आज बढ़कर मुस्लिम आबादी 24 प्रतिशत हो गई है और हिन्दू घटकर मात्र 76 प्रतिशत रह गये हैं।
अल्पसंख्यक की परिभाषा बदलने की जरूरत केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने अल्पसंख्यक शब्द की परिभाषा बदलने की भी मांग की है। उन्होंने एक निजी चैनल से बात करते हुए कहा कि देश में मुसलमानों की आबादी 20 करोड़ है तो वो फिर अल्पसंख्यक कैसे हो सकते हैं ?
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केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश में 20 जिले ऐसे हैं जहां मुलसमानों की संख्या 50 फीसदी और उससे ज्यादा है फिर भी वो वहां अल्पसंख्यक हैं। गिरिराज सिंह ने कहा कि एक एजेंसी के मुताबिक बिहार के किशनगंज में मुसलमानों की आबादी 70 फीसदी और हिन्दुओं की आबादी 20 फीसदी के आसपास है। इसके बावजूद किशनगंज जिले में हिंदू बहुसंख्यक हैं और मुसलमान अल्पसंख्यक हैं।
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केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश में अल्पसंख्यक की परिभाषा को दोबारा परिभाषित करने की जरूरत है। देश में बहुत सारे ऐसे प्रखंड हैं जहां मुसलमानों की आबादी 90 फीसदी तक हैं लिहाजा अल्पसंख्यक की परिभाषा बदलने की जरुरत है। गिरिराज सिंह ने साफ कहा कि सदन के अंदर और बाहर अल्पसंख्यक की परिभाषा पर चर्चा करने की जरूरत है।कुछ पार्टियां मुसलमानों को केवल वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल कर रही हैं। यह देश के साथ साथ मुसलमानों के लिए सही नहीं है।