पटना में लॉकडाउन के कारण बेरोजगार हुए युवक ने चुनी मौत, फंदे से झूल कर दे दी जान
रूपसपुर थाना क्षेत्र के जगदेव पथ में लॉकडाउन के कारण नौकरी छूटने से परेशान युवक ने फांसी के फंदे से झूलकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
पटना, जेएनएन। राजधानी में लॉकडाउन के कारण नौकरी छूटने से परेशान युवक ने फांसी के फंदे से झूलकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। घटना रूपसपुर थाना क्षेत्र के जगदेव पथ स्थित जानकी कुटीर अपार्टमेंट में सोमवार की बताई जा रही है। सूचना पर पहुंची रूपसपुर थाने की पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मृतक की पहचान धनंजय कुमार (35) के रूप में हुई है।
मृतक की पत्नी खुशी ने बताया कि उनका पति पटना की एक निजी कंपनी में प्रोजेक्ट मैनेजर थे। कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए लगाए गए लॉकडाउन की वजह से उनकी नौकरी चली गई थी। जॉब न रहने के कारण वे काफी परेशान रहा करते थे। तनाव के कारण खाने-पीना भी कम हो गया था। सोमवार की दोपहर वे अपने कमरे से काफी देर तक नहीं निकले तो शक हुआ। काफी दरवाजा खटखटाया पर कोई आवाज नहीं आई। मृतक के पत्नी के अनुसार जब सास, ससुर के साथ दरवाजा तोड़ा तो सीलिंग में फंदा फंसाकर पति झूल रहे थे, पर उनकी सांस चल रही थी। आनन-फानन में उन्हें इलाज के लिए पीएमसीएच में भर्ती कराया गया। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
फोन पर झगड़ने के बाद फांसी पर झूली विवाहिता
बताते चलें कि रविवार को कंकड़बाग थानांतर्गत कुम्हार टोली की रहने वाली आशिया खातून ने फोन पर पति से झगड़ने के बाद गले में फांसी का फंदा लगाकर खुदकशी कर ली थी। सोमवार को कमरे से पंखे की खूंटी के सहारे आशिया का शव लटका मिला था। मायके वालों के बयान पर पति राशिद के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने की प्राथमिकी दर्ज की गई है। थानाध्यक्ष अजय कुमार ने बताया कि राशिद मुंबई में काम करता है। वह लॉकडाउन में वहां फंसा है। मायके वालों के अनुसार, आशिया को शक था कि राशिद का दूसरी महिला से अवैध संबंध है। बहरहाल, पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।