यूजीसी नेट बदले पैटर्न पर दो दिसंबर से प्रारंभ, एक ही पाली में होगी परीक्षा
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) यूजीसी नेट का आयोजन दो से छह दिसंबर के बीच करेगी।
पटना । नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) यूजीसी नेट का आयोजन दो से छह दिसंबर के बीच करेगी। इस बार पैटर्न में बदलाव किया गया है। परीक्षा एक सत्र में होगी। इसमें शामिल होने के लिए 10 लाख, 34 हजार 872 छात्र-छात्राओं ने आवेदन किया है। जूनियर रिसर्च फेलोशिप (जेआरएफ) और सहायक प्रोफेसर की योग्यता के लिए 81 विषयों में ऑनलाइन परीक्षा दो शिफ्ट में होगी। प्रथम शिफ्ट सुबह 9:30 से दोपहर 12:30 बजे तक तथा द्वितीय शिफ्ट दोपहर 2:30 से शाम 5:30 बजे तक होगी। निर्धारित अवधि के बाद अभ्यर्थियों को केंद्र में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। पूरी परीक्षा अवधि तक अभ्यर्थी केंद्र से बाहर नहीं आ पाएंगे।
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: पहले दिन 26 विषय के अभ्यर्थी देंगे परीक्षा :
एनटीए के अनुसार पहले दिन दो दिसंबर को प्रथम शिफ्ट में 19 और द्वितीय शिफ्ट में सात विषयों के लिए ऑनलाइन परीक्षा होगी। तीन दिसंबर को प्रथम में 11 तथा द्वितीय में सात, चार को प्रथम में सात तथा द्वितीय में 16, पांच को प्रथम शिफ्ट में पांच तथा द्वितीय में चार विषयों की परीक्षा होगी। छह दिसंबर को प्रथम शिफ्ट में चार तथा द्वितीय में एक विषय की परीक्षा होगी। इससे पूर्व जून 2019 में आयोजित परीक्षा में छह लाख, 81 हजार 718 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए थे। इनमें सहायक प्रोफेसर के लिए 50 हजार 945 तथा जेआरएफ के लिए चार हजार 756 अभ्यर्थी क्वालीफाई हुए थे। : बिना ब्रेक देने होंगे दोनों पेपर :
यूजीसी नेट के परीक्षा पैटर्न व सिलेबस में इस बार बदलाव किया गया है। बगैर ब्रेक के ही दोनों पेपर देने होंगे। जून तक दोनों पेपर के बीच आधे घंटे का गैप मिलता था। इस बार दोनों पेपर एक साथ ही स्क्रीन पर दिखेंगे। पहले सेशन में पेपर वन (जनरल अवेयरनेस) की परीक्षा होगी। 50 वस्तुनिष्ठ प्रश्नों को एक घंटे में हल करना होगा। प्रत्येक सही प्रश्न पर दो-दो अंक निर्धारित हैं। वहीं, दूसरे सेशन में संबंधित विषय से जुड़े 100 वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाएंगे। दो घंटे में सभी प्रश्नों का जवाब देना होगा। इस पेपर में भी सही प्रश्नों के जवाब के लिए दो-दो अंक निर्धारित हैं। : टॉप छह फीसद ही करेंगे क्वालीफाई :
एनटीए के अनुसार संबंधित विषय में टॉप छह फीसद अभ्यर्थी ही सहायक प्रोफेसर के लिए क्वालीफाई घोषित किए जाएंगे। विशेषज्ञों का कहना है कि टॉप छह फीसद में शामिल होने के लिए 90 परसेंटाइल तक स्कोर करना होगा। नैक विशेषज्ञ प्रो. एनके झा का कहना है कि एनटीए की वेबसाइट पर उपलब्ध मॉक टेस्ट में शामिल होने से प्रैक्टिस के साथ-साथ ऑनलाइन प्रश्नों को हल करने की स्पीड भी बढ़ेगी।