विश्वकर्मा पूजा पर बिके 70 करोड़ रुपये से अधिक के दोपहिया व चौपहिया वाहन
भर गई झोली -5000 बाइक राज्यभर में बिकने का अनुमान लगभग 35 करोड़ का हुआ कारोबार - 600 चारपहिया वाहन बिकने का अनुमान इससे 36 करोड़ रुपये का हुआ कारोबार - विक्रेताओं ने कहा-उम्मीद से बहुत अछा रहा बाजार कोरोना पूर्व जैसी दिखी रौनक -सिर्फ पटना में हुई करीब 1200 दोपहिया वाहनों और 200 कारों की बिक्री ----------- जागरण संवाददाता पटना
पटना। लंबे समय बाद बिहार के ऑटो मोबाइल बाजार में नोटों की बारिश हुई तो विक्रेता गदगद हो उठे। विश्वकर्मा पूजा पर बिक्री उम्मीद से काफी बेहतर रही। कोरोना संक्रमण से पहले जैसी रौनक लौटते ही बिक्री ने रफ्तार पकड़ ली। बिहार में गुरुवार को करीब 5000 बाइक बिकने का अनुमान है, जिसकी कीमत लगभग 35 करोड़ रुपये रही। इसी तरह से चारपहिया सेक्टर भी गुलजार रहा। प्रदेश में 600 चारपहिया वाहन बिकने का अनुमान है, जिसकी अनुमानित कीमत करीब 36 करोड़ रुपये है। खास बात रही कि विक्रेताओं ने यह माना कि पिछले साल के बराबर कारोबार पहुंच गया, यह राहत की बात है।
बाजार के जानकार अमरजीत सिंह ने कहा, मार्केट लंबे समय बाद पटरी पर लौटता दिखाई दिया। बिहार में 5000 बाइक बिकने का अनुमान है, इसकी कीमत करीब 35 करोड़ रुपये है। हीरोमोटो कॉर्प की अधिकृत एजेंसी चंदन आटोमोबाइल के निदेशक और फाडा के सदस्य पुष्पेश सरस ने कहा, सिर्फ पटना में ही करीब 1200 दोपहिया बिकने का अनुमान है। अमरजीत ने कहा, कोरोना काल में पब्लिक ट्रासपोर्ट की तुलना में निजी वाहनों को लोग अधिक प्राथमिकता दे रहे हैं, इस वजह से भी बिक्री को बल मिला। उम्मीद यह भी है कि आगे भी बाजार में सुधार जारी रहेगा। जानकारों का कहना है कि स्कूटी, मोपेड व मोटर साइकिल के सभी माडलों पर ग्राहक मेहरबान दिखाई दिए। दोपहिया की ही तरह चारपहिया वाहन की भी माग अच्छी निकली। बिहार में करीब 600 चारपहिया वाहन बिकने का अनुमान है, इसकी अनुमानित कीमत 36 करोड़ रुपये बताई गई है। इसमें लगभग 200 कारों की बिक्री सिर्फ पटना में हुई है।